लखनऊ। प्रदेश के गन्ना मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी के हालिया बयान ने राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के नेताओं में रोष पैदा कर दिया है। हाल ही में एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में मंत्री चौधरी ने कहा था कि “रालोद के साथ जिसने भी गठबंधन किया, उसका बंटाधार हुआ है”।
रालोद नेताओं का कहना है कि यह टिप्पणी गठबंधन धर्म के खिलाफ है। पार्टी के प्रदेश महासचिव पं. उमादत्त शर्मा ने कहा कि भाजपा नेतृत्व को इस बयान को गंभीरता से लेते हुए ऐसे बयानों पर रोक लगानी चाहिए। शर्मा ने कहा, “भाजपा और रालोद का गठबंधन राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखकर हुआ है। ऐसे में इस तरह के बयान अस्वीकार्य हैं।”
उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री चौधरी ने चुनाव के समय अपने पोस्टरों पर चौधरी चरण सिंह की तस्वीर लगाकर वोट मांगे थे, और अब उन्हीं की नीतियों को आगे बढ़ाने वाले दल को हल्के में ले रहे हैं। शर्मा के मुताबिक, मंत्री की अपने क्षेत्र में राजनीतिक स्थिति कमजोर हो चुकी है, जिसके कारण वे अनर्गल बयानबाज़ी कर रहे हैं।