बिजनौर में मालन नदी के तटबंध के टूटने से मेरठ-पौड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग पर बैराज के पास जलभराव हो गया, जिसके कारण यातायात रोकना पड़ा। इसी तरह, हस्तिनापुर-चांदपुर स्टेट हाईवे पर भी गंगा नदी का जलस्तर बढ़कर मार्ग काट चुका है, जिससे बिजनौर का मेरठ से सीधा संपर्क टूट गया है। बिजनौर बैराज पर गंगा का जलस्तर खतरे के करीब पहुंच चुका है और 219.90 मीटर पर मापा गया है।
मालन के अलावा खो, इकड़ा, बान जैसी अन्य नदियाँ भी अपने तटों से बाहर बह रही हैं, जिससे जिले के 30 से अधिक गांवों में पानी भर गया है। नजीबाबाद के मालन नदी के किनारे बसे मोहल्ले जलमग्न हो चुके हैं। धामपुर शहर के रिहायशी इलाकों में इकड़ा नदी का पानी भर जाने से लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं।
बाकरपुर गढ़ी के पास बुधवार को मालन नदी का तटबंध टूटने के बाद पानी बिजनौर-रावली मार्ग से होकर बीते गुरुवार की सुबह बिजनौर-बैराज मार्ग पर पहुंच गया। इस हाईवे पर दो से तीन फीट तक पानी भरने से पुलिस ने यातायात पूरी तरह बंद कर दिया। इसके चलते मेरठ-बिजनौर के बीच आवागमन ठप हो गया। कुछ लोगों ने ट्रैक्टर-ट्रॉली के जरिए पानी पार किया, वहीं यहां नावों का भी उपयोग किया गया।
मालन नदी के पानी ने बिजनौर से हरिद्वार को जोड़ने वाले मंडावर मार्ग को तीन दिन से बंद कर दिया है। इसी नदी ने मंडावर से किरतपुर मार्ग को भी जलमग्न कर दिया है। बिजनौर की नई पुलिस लाइन में भी मालन का पानी दो फीट तक भरा हुआ है। खेतों और घरों तक पानी पहुंचने से ग्रामीण काफी दहशत में हैं।
इसके अलावा, बिजनौर से कोतवाली मार्ग के पास बान नदी भी राष्ट्रीय राजमार्ग पानीपत-खटीमा पर फैल गई है। नदी के पास बने पुल के आसपास कॉलोनी कटने के कारण पानी ने मार्ग का रुख बदल लिया है। सड़क पर करीब पांच फीट पानी भरने से यातायात बाधित हो गया है। मौके पर एसडीएम नगीना आशुतोष जायसवाल, सीओ नगीना अंजनी कुमार और थाना अध्यक्ष कोतवाली देहात प्रवेज तोमर भी पहुंचे और स्थिति का निरीक्षण किया।