उत्तर प्रदेश में वर्ष 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने तैयारियों की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। आयोग के अनुसार आगामी चुनाव में राज्य में लगभग 19,500 नए मतदान केंद्र जोड़े जाएंगे। यह कदम एक बूथ पर अधिकतम 1200 मतदाताओं की सीमा तय करने के फैसले के तहत उठाया गया है।
इस बार समय से पहले शुरू हुई तैयारी
जहां सामान्य रूप से विधानसभा चुनाव की तैयारियां चुनाव से लगभग एक वर्ष पहले तेज होती हैं, वहीं उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में अब डेढ़ साल पहले ही मतदाता सूची, बूथ पुनर्गठन और निर्वाचन प्रक्रिया से जुड़े अन्य कामों पर जोर दिया जा रहा है। इसमें जिलाधिकारियों (DM) और उपजिलाधिकारियों (SDM) के प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शामिल हैं।
मतदान केंद्रों पर भीड़ कम करने की पहल
2022 के विधानसभा चुनाव में एक बूथ पर औसतन 1500 मतदाता पंजीकृत थे, जिससे कई केंद्रों पर लंबी कतारें देखने को मिली थीं। इस बार भीड़ को नियंत्रित करने और मतदाताओं को सुविधा देने के उद्देश्य से प्रत्येक बूथ पर अधिकतम 1200 मतदाताओं की सीमा निर्धारित की गई है। यदि किसी मतदान स्थल पर मतदाताओं की संख्या इससे अधिक होगी, तो वहां आवश्यकतानुसार नए बूथ बनाए जाएंगे।
इतने होंगे कुल बूथ
पिछले चुनाव में उत्तर प्रदेश में कुल 1,62,462 बूथ स्थापित किए गए थे। अधिकारियों का प्रशिक्षण कार्य पूर्ण होते ही नए बूथों का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। अनुमान है कि 2027 के चुनाव में यह संख्या बढ़कर 1,81,962 बूथों तक पहुंच सकती है। उल्लेखनीय है कि एक मतदान स्थल पर औसतन तीन से चार बूथ बनाए जाते हैं।