उत्तर प्रदेश में किसानों के लिए रबी सीजन 2025-26 की तैयारी जोरों पर है। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने सोमवार को बताया कि राज्य में इस समय 25.32 लाख मीट्रिक टन खाद उपलब्ध है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 1.13 लाख मीट्रिक टन अधिक है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक समिति और खुदरा विक्रेताओं तक खाद की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए ताकि किसानों को किसी तरह की असुविधा न हो।
कृषि भवन में हुई समीक्षा बैठक के दौरान मंत्री ने खाद और बीज वितरण व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार, 26 अक्टूबर 2025 तक राज्य को 32.68 लाख मीट्रिक टन खाद प्राप्त हो चुकी है, जिसमें से 7.36 लाख मीट्रिक टन खाद की बिक्री पहले ही की जा चुकी है। वर्तमान में राज्य के पास 11.98 लाख मीट्रिक टन यूरिया, 4.82 लाख मीट्रिक टन एनपीके, और 4.56 लाख मीट्रिक टन डीएपी का स्टॉक मौजूद है।
कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख ने बैठक में कहा कि किसानों को खाद या बीज उपलब्ध कराने में एक दिन की देरी भी उत्पादन पर गंभीर असर डाल सकती है, इसलिए वितरण व्यवस्था में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बीज वितरण की प्रगति 43 प्रतिशत
रबी सीजन के लिए बीज उपलब्धता पर हुई समीक्षा में बताया गया कि 8.14 लाख क्विंटल बीज का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिनमें से 3.47 लाख क्विंटल बीज उपलब्ध कराया जा चुका है — जो लक्ष्य का 43 प्रतिशत है। अब तक 58,336 क्विंटल बीज किसानों को वितरित किए जा चुके हैं।
गेहूं की फसल के लिए निर्धारित 7.10 लाख क्विंटल लक्ष्य में से 2.68 लाख क्विंटल बीज उपलब्ध हैं, जबकि चना, मसूर, तोरिया और सरसों की फसलों के लिए बीज उपलब्धता क्रमशः 79%, 88%, 82% और 83% दर्ज की गई है।
बैठक में कृषि विभाग के प्रमुख सचिव रवींद्र, सचिव इंद्र विक्रम सिंह, विशेष सचिव ओ.पी. वर्मा और निदेशक पंकज त्रिपाठी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।