शाहजहांपुर ज़िले के सिंधौली क्षेत्र में ईसाई धर्म में कथित रूप से जबरन धर्मांतरण कराने के आरोप में पुलिस ने एक दंपती समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों पर भोलेभाले, निर्धन और अशिक्षित लोगों को धार्मिक सभा के माध्यम से प्रभावित कर धर्म परिवर्तन कराने का आरोप है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में लखीमपुर खीरी की रहने वाली किरन जोसुआ, उसका पति पदमनाभन उर्फ पास्टर जोसुआ (निवासी शिवलिंगपुरम थाना सिगानल्लूर, कोयम्बटूर, तमिलनाडु) और शाहजहांपुर के निगोही क्षेत्र के राघवपुर सिकंदरपुर निवासी असनीत राठौर उर्फ अरानीत मसीह शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार, ये लोग हर रविवार को सिंधौली इलाके में प्रार्थना सभाएं आयोजित करते थे और उसी के माध्यम से लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करते थे। पुलिस ने दावा किया है कि धर्म परिवर्तन के लिए विदेश से आर्थिक सहायता भी प्राप्त की जा रही थी।
जांच में पता चला है कि पदमनाभन के एसबीआई और बैंक ऑफ बड़ौदा खातों में “जीसस रिडिमस मिशनरी” (तमिलनाडु), “मिशनरी यूपी होल्जर ट्रस्ट” (मुंबई), “पाकेट सिस्टामेट थाम्नहप्लेट हाट्स संस्था” (मुंबई) और “पीटीआई इंडिया ट्रस्ट” (गाजियाबाद) जैसी संस्थाओं से करीब 25.75 लाख रुपये की रकम भेजी गई थी।
बताया जा रहा है कि जिन विदेशी फंडिंग संस्थाओं से पैसा आया, उनमें से जीसस रिडिमस मिशनरी के खाते की शुरुआती राशि करीब 4.60 करोड़ रुपये थी, जो अब घटकर मात्र 16 लाख रुपये रह गई है। पुलिस इन खातों और फंड के स्रोत की विस्तृत जांच कर रही है।
एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार तीनों आरोपियों से पूछताछ जारी है और पूरे नेटवर्क की तह तक जाने की कोशिश की जा रही है।