फिरोजाबाद जिले के टूंडला में दिल्ली-हावड़ा रेलवे लाइन पर बन रहा एक निर्माणाधीन ओवरब्रिज गुरुवार देर रात अचानक ढह गया। हादसे के वक्त पुल के नीचे काम कर रहे कई मजदूर मलबे में दब गए। प्रशासन और राहत दलों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया। अब तक करीब आठ से दस मजदूरों को मलबे से निकालकर अस्पताल भेजा गया है, जबकि बाकी की तलाश जारी है। रातभर चले रेस्क्यू अभियान में अंधेरा और मलबे की भारी मात्रा बचाव कार्य में बड़ी बाधा बनी रही।

यह ओवरब्रिज रेलवे रेस्ट कैंप कॉलोनी से लेकर लाइनपार अहाता शोभाराम तक बनाया जा रहा था। इसका उद्देश्य लाइनपार क्षेत्र को टूंडला शहर के मुख्य भाग से जोड़ना था, जिससे दर्जनों गांवों के लोगों को आवागमन में राहत मिलती। हादसे के शुरुआती जांच में तकनीकी खामी को कारण माना जा रहा है। बताया गया है कि पुल का जो स्लैब ढहा, उसे गुरुवार को ही नाले के किनारे बने पिलर पर डाला गया था। आशंका है कि नाले की मिट्टी धंसने से पिलर कमजोर हुआ और पूरा ढांचा गिर गया।

घटना के बाद पुल निर्माण का ठेकेदार मौके से फरार हो गया। स्थानीय चौकीदार सतेंद्र ने बताया कि हादसे के समय करीब 16 मजदूर काम कर रहे थे। प्रशासन ने जेसीबी मशीनों की मदद से मलबा हटाने का काम शुरू किया है। मौके पर रेलवे, पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं।

यह फ्लाईओवर क्षेत्र के लिए बेहद महत्वपूर्ण परियोजना मानी जा रही थी। इसके पूरा होने पर टूंडला शहर और फतेहाबाद कस्बे सहित करीब 50 गांव सीधे मुख्य शहर से जुड़ जाते, जिससे हजारों लोगों को सुविधा मिलती। हादसे के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई और कई परिवार अपने परिजनों की तलाश में घटनास्थल पर पहुंच गए। अधिकारियों ने बताया कि घायलों की सटीक संख्या और पहचान का विवरण जल्द जारी किया जाएगा।