संभल के पूर्व सीओ अनुज चौधरी सहित 21 डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारियों को राज्य सरकार ने एडिशनल एसपी के पद पर पदोन्नत किया है। ये अधिकारी 2006 से 2012 तक के विभिन्न बैच के हैं। गृह विभाग ने इनके प्रोन्नति आदेश जारी कर दिए हैं।
पदोन्नति पाने वालों में 2006 बैच के विजय प्रताप यादव, 2007 बैच के शीतांशु कुमार और अभिषेक यादव, 2008 बैच के अमित कुमार राय, आनंद कुमार पांडेय, पूनम मिश्रा, अभिषेक कुमार सिंह, प्रभात कुमार, श्याम कांत, 2009 बैच के बृज नंदन राय और डॉ. जंग बहादुर यादव, 2010 बैच के संजीव कुमार दीक्षित, कृष्ण गोपाल सिंह, दिनेश कुमार शुक्ला, संतोष कुमार प्रथम, राजकुमार पांडेय, सोहराब आलम, प्रीति सिंह, संतोष कुमार द्वितीय, बाबा साहब वीर कुमार और 2012 बैच के अनुज कुमार चौधरी शामिल हैं। इसके अलावा 2015 और 2016 बैच के 67 डिप्टी एसपी को ज्येष्ठ वेतनमान भी दिया गया है।
अनुज चौधरी के विवादित बयान “साल में 52 जुमे और होली एक बार…” को लेकर काफी चर्चा हुई थी। इस बयान पर पूर्व आईपीएस और आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने पुलिस सेवा नियमों का उल्लंघन बताते हुए शिकायत की थी। इसके बाद उच्च अधिकारियों ने मामले की जांच के आदेश दिए। संभल के एएसपी श्रीश्चंद्र ने इस जांच का नेतृत्व किया। जांच में कोई ऐसा प्रमाण नहीं मिला जिससे आरोप सही साबित हो सकें। इसलिए अनुज चौधरी को क्लीन चिट दे दी गई।
इस मामले में एसपी (लॉ एंड ऑर्डर) मनोज कुमार अवस्थी ने आईजी (लॉ एंड ऑर्डर) को पत्र लिखकर जांच रिपोर्ट और आरोपों के खारिज किए जाने की जानकारी दी थी। इसके बाद से अनुज चौधरी की पदोन्नति की राह साफ हो गई।
यह पदोन्नति उनके करियर में एक महत्वपूर्ण मोड़ मानी जा रही है, जो उनकी कार्यशैली और योग्यता का परिणाम है। अधिकारियों का कहना है कि इन पदोन्नत अफसरों को आगामी समय में और बेहतर प्रदर्शन करते हुए पुलिस सेवा को मजबूत करने का जिम्मा मिलेगा।