लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने दिवाली के अवसर पर राज्य कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (डीए) में बढ़ोतरी की घोषणा की है। पहले सातवें वेतनमान के कर्मचारियों का डीए बढ़ाया गया था, वहीं शुक्रवार को पांचवें और छठवें वेतनमान के कर्मचारियों के लिए भी बढ़ी दर से डीए देने का आदेश जारी किया गया। इस बढ़ी हुई दर का भुगतान अक्टूबर के वेतन के साथ किया जाएगा।

पांचवें वेतनमान वाले कर्मचारियों का डीए 466 प्रतिशत से बढ़कर 474 प्रतिशत कर दिया गया है, जबकि छठवें वेतनमान वाले कर्मचारियों का डीए 252 प्रतिशत से बढ़कर 257 प्रतिशत कर दिया गया है। इस श्रेणी में लगभग 27 हजार अधिकारी और कर्मचारी आते हैं।

इस बढ़ोतरी का लाभ केवल पांचवें और छठवें वेतनमान में कार्यरत कर्मचारियों को ही नहीं मिलेगा, बल्कि सहायता प्राप्त शिक्षण और प्राविधिक संस्थानों के कर्मचारियों, शहरी स्थानीय निकायों के नियमित और पूर्णकालिक कर्मचारियों, कार्य प्रभारित कर्मचारियों तथा यूजीसी वेतनमान में कार्यरत कर्मचारियों को भी मिलेगा।

अपर मुख्य सचिव वित्त दीपक कुमार के आदेश के अनुसार, बढ़ी हुई डीए का भुगतान अक्टूबर वेतन के साथ नकद किया जाएगा। एक जुलाई से 30 सितंबर तक की देय अवशेष राशि भविष्य निधि खाते में जमा की जाएगी। जिन कर्मचारियों का भविष्य निधि खाता नहीं है, उनके लिए राशि पीपीएफ या एनएससी के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी। एनपीएस से जुड़े कर्मचारियों को 10 प्रतिशत राशि उनके टियर-एक पेंशन खाते में और 14 प्रतिशत राशि राज्य सरकार या नियोक्ता द्वारा टियर-एक पेंशन खाते में जमा की जाएगी। शेष 90 प्रतिशत राशि पीपीएफ खाते में या एनएससी के माध्यम से दी जाएगी।

जो कर्मचारी या अधिकारी आदेश जारी होने से पहले सेवानिवृत्त हो चुके हैं या छह महीने के भीतर सेवानिवृत्त होंगे, उन्हें पूरी राशि नकद दी जाएगी।

साथ ही, प्रदेश में तैनात अखिल भारतीय सेवा (IAS/IPS/IFS) के अधिकारियों के महंगाई भत्ते में भी वृद्धि की गई है। सातवें केंद्रीय वेतनमान में काम करने वाले अधिकारियों को 55 प्रतिशत के बजाय 58 प्रतिशत डीए मिलेगा। छठवें केंद्रीय वेतनमान वाले अधिकारियों का डीए 252 प्रतिशत से बढ़कर 257 प्रतिशत होगा और पांचवें केंद्रीय वेतनमान वाले अधिकारियों का डीए 466 प्रतिशत से बढ़कर 474 प्रतिशत कर दिया गया है।