लखनऊ। प्रदेश के सहायता प्राप्त (एडेड) जूनियर हाईस्कूलों में करीब चार साल से अटकी भर्ती प्रक्रिया अब अंतिम चरण में पहुंच गई है। वर्ष 2021 में शुरू हुई इस भर्ती में लगभग 1500 पदों पर प्रधानाध्यापक और शिक्षकों की नियुक्ति होनी है। हाईकोर्ट से मामला निपटने के बाद शासन ने आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कर महानिदेशक स्कूल शिक्षा को चयन प्रक्रिया आगे बढ़ाने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव वेद प्रकाश राय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि 2019 में संशोधित नियमावली के अनुरूप, आरक्षण प्रावधानों का पालन करते हुए खाली पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाए।
चार साल से लंबित भर्ती
इस भर्ती के तहत 260 प्रधानाध्यापक और 1,250 शिक्षक—कुल 1,500 पदों को भरा जाना है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी द्वारा आयोजित परीक्षा में लगभग 41 हजार अभ्यर्थी सफल हुए थे। हालांकि एक प्रश्न को लेकर मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट में पहुंच गया, जिससे प्रक्रिया अटक गई थी। इस पर फरवरी 2025 में अंतिम निर्णय हुआ। इसके बाद शासन ने विभिन्न विभागों से आरक्षण संबंधी स्थिति स्पष्ट कराई।
जल्द जारी होगा विज्ञापन
अधिकारियों के अनुसार, अब बेसिक शिक्षा निदेशालय भर्ती से संबंधित विज्ञापन जारी करेगा। पोर्टल पर सफल अभ्यर्थियों से जिला और विद्यालयवार आवेदन लिए जाएंगे। इसके बाद मेरिट सूची के आधार पर विद्यालय और जिले का आवंटन किया जाएगा।
इस तरह, लंबे समय से नियुक्ति की प्रतीक्षा कर रहे लगभग 41 हजार अभ्यर्थियों को अब राहत मिलने की उम्मीद है।