कैब चालक की हत्या के मामले में यूपी पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। लूट और हत्या के आरोप में लंबे समय से फरार चल रहे एक लाख रुपये के इनामी बदमाश गुरुसेवक सिंह को रविवार को आगरा एक्सप्रेस-वे पर पुलिस एनकाउंटर में ढेर कर दिया। पुलिस के अनुसार बदमाश के सीने में तीन गोलियां लगीं, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

दो दिन पहले भी बदमाश पुलिस के हाथ आया था, लेकिन वह मुठभेड़ के दौरान भागने में सफल रहा। इस मुठभेड़ में उसका साथी अजय सिंह गिरफ्तार हुआ था। गुरुसेवक कई जिलों में कैब चालक की हत्या करके लूट की वारदातों में शामिल रहा है।

पुलिस ने बताया कि हरदोई का निवासी गुरुसेवक 29 सितंबर को लखनऊ से कैब बुक कराकर सीतापुर गया था। इसके बाद 6 अक्टूबर को शाहजहांपुर में अवनीश दीक्षित की कैब बुक कर उसकी हत्या कर दी गई थी। इन दोनों ही वारदातों में वह मुख्य आरोपी रहा।

सूचना मिलने पर रविवार को पुलिस ने आगरा एक्सप्रेस-वे पर बदमाश की तलाश शुरू की। बदमाश ने पुलिस टीम पर फायरिंग की, लेकिन पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। उसे अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

शाहजहांपुर पुलिस ने गुरुसेवक पर पहले ही 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। पुवायां के निवासी अवनीश दीक्षित की हत्या के बाद उसके परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। पोस्टमार्टम में गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई थी।

पुलिस ने बताया कि गुरुसेवक का रोजा थाना क्षेत्र में भी ठिकाना था और लखनऊ में उसका एनकाउंटर हुआ। उस पर हत्या, लूट और अपहरण जैसे गंभीर आरोप दर्ज थे। हालांकि, अभी तक अवनीश दीक्षित की कैब बरामद नहीं हो सकी है।