मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष ने विभागीय कार्यों में लापरवाही और राजस्व वसूली में असंतोषजनक प्रदर्शन के कारण खतौली और बुढ़ाना के अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार अवस्थी को निलंबित कर दिया। अधीक्षण अभियंता के क्षेत्र में विद्युत चोरी रोकने और बकाएदारों पर कार्रवाई के प्रयास भी संतोषजनक नहीं पाए गए।
मुख्य अभियंता पवन कुमार अग्रवाल ने बताया कि शनिवार को यूपी पॉवर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष आशीष गोयल की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें ट्रांसफार्मर सुरक्षा, सबस्टेशन टेस्टिंग, लोड कार्य और विद्युत सुदृढ़ीकरण से जुड़े अन्य निर्णय लिए गए। उपभोक्ता सुविधा सुधार के लिए 1912 शिकायत पोर्टल, सोशल मीडिया निगरानी और बिल संशोधन की समीक्षा की गई। साथ ही ई-ऑफिस, IGRS और डिजिटल पोर्टल के माध्यम से कार्य प्रणाली में पारदर्शिता और तीव्रता लाने पर जोर दिया गया।
कार्य में संतोषजनक प्रगति नहीं:
अग्रवाल ने बताया कि उपभोक्ता संतुष्टि बढ़ाने, कन्ज्यूमर टेगिंग और राजस्व वसूली रणनीति पर विशेष ध्यान दिया गया। समीक्षा के दौरान अधीक्षण अभियंता अवस्थी से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने और विभागीय जिम्मेदारियों में शिथिलता के कारण उन्हें निलंबित किया गया। उनके अधीन खतौली और बुढ़ाना के सभी विद्युत प्रकरण आते थे। इस क्षेत्र में विद्युत वितरण, बकाएदारों पर कार्रवाई और बिजली चोरी रोकने के अभियान की निगरानी उनकी जिम्मेदारी थी, जो पूरी नहीं हो सकी।
मुख्य अभियंता का तबादला:
मुख्य अभियंता पवन कुमार अग्रवाल को पश्चिम हिमाचल विद्युत वितरण निगम की प्रबंध निदेशक ईशा दुहन ने गाजियाबाद का नया मुख्य अभियंता नियुक्त किया है। मुजफ्फरनगर में उनके स्थान पर विनोद कुमार गुप्ता को मुख्य अभियंता बनाया गया है। दोनों अधिकारी सोमवार को अपने नए पदभार को संभालेंगे। पवन कुमार का मुजफ्फरनगर में लगभग 20 माह का कार्यकाल रहा।