लखनऊ। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने बुधवार को भाजपा मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में कहा कि राष्ट्रगीत “वंदे मातरम्” सिर्फ एक गीत नहीं, बल्कि भारत की आत्मा की आवाज है। उन्होंने बताया कि यह गीत स्वतंत्रता संग्राम के समय भारतवासियों के साहस और एकता का प्रतीक रहा और आज भी इसका महत्व अपरिवर्तित है।

भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि “वंदे मातरम्” मातृभूमि की स्तुति के साथ-साथ राष्ट्र के प्रति श्रद्धा, समर्पण और त्याग की भावना को दर्शाता है। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान यह गीत हर आंदोलन और बलिदान का प्रेरणास्रोत बना। उन्होंने बताया कि इस गीत की रचना 1875 में बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने की थी और 1896 में रवीन्द्रनाथ टैगोर ने इसका पहला सार्वजनिक वाचन किया। 1950 में इसे राष्ट्रगीत का दर्जा दिया गया।

भाजपा अध्यक्ष ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने 1 अक्टूबर 2025 को “वंदे मातरम्” के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर राष्ट्रव्यापी कार्यक्रमों की घोषणा की है। इस उपलक्ष्य में पार्टी ने प्रदेश स्तर पर विविध कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है।

चौधरी ने कहा कि 7 नवम्बर को उत्तर प्रदेश के 18 स्थानों पर 150 कार्यकर्ताओं द्वारा सामूहिक “वंदे मातरम्” गायन और सभा का आयोजन होगा। इसके अलावा 8 से 15 नवम्बर तक सभी जिला मुख्यालयों में सामूहिक गायन और सभाएं आयोजित की जाएंगी। विधानसभा और मण्डल स्तर पर भी सांसदों, विधायकों और वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में कार्यक्रम होंगे, जिनमें आम जनता की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी।

उन्होंने बताया कि अभियान के तहत तिरंगा यात्राएं, प्रभात फेरियां, बाइक रैलियां, प्रदर्शनियां और साहित्यिक गतिविधियां भी आयोजित की जाएंगी। प्रदेश के सभी जिलों में प्रदर्शनी लगाई जाएगी और विद्यालयों व महाविद्यालयों में निबंध, कविता और चित्रकला प्रतियोगिताओं के माध्यम से नई पीढ़ी को राष्ट्रगीत की प्रेरणा और महत्व से परिचित कराया जाएगा।