कानपुर के सचेंडी क्षेत्र में बिजली कटौती से परेशान ग्रामीणों के प्रदर्शन के दौरान पुलिस अधिकारी के व्यवहार को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। रविवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें सचेंडी थाने के इंस्पेक्टर दिनेश सिंह बिष्ट ग्रामीणों से सख्त लहजे में बात करते नजर आ रहे हैं।
यह वीडियो शनिवार रात का बताया जा रहा है, जब धरमंगदपुर गांव समेत आसपास के ग्रामीण सचेंडी पावर हाउस के बाहर बिजली की अघोषित कटौती के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। वायरल वीडियो में इंस्पेक्टर ग्रामीणों से कहते सुने जा सकते हैं, “धरमंगदपुर का रास्ता नहीं मिलेगा, बिजली के लिए रोज भागते रहोगे।”
प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने साफ कहा कि जब तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं की जाती, वे लोग वहां से नहीं हटेंगे। उन्होंने गर्मी में बेहाल हालातों का हवाला देते हुए कार्रवाई की मांग की। इसी दौरान इंस्पेक्टर ने मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों से पावर हाउस कर्मियों से तहरीर लेने को भी कहा।
यह पहला मौका नहीं है जब इंस्पेक्टर दिनेश सिंह बिष्ट का व्यवहार सवालों के घेरे में आया हो। इससे पहले भी उनका एक ऑडियो वायरल हो चुका है, जिसमें वह अपने निजी कर्मचारी से कथित रूप से गाली-गलौज करते सुने गए थे। उस मामले में शिकायत पुलिस कमिश्नर तक पहुंच चुकी है।
इस पूरे घटनाक्रम पर एडीसीपी वेस्ट कपिलदेव का कहना है कि इंस्पेक्टर द्वारा कोई अभद्र व्यवहार नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि ग्रामीण हाईवे पर जाम लगाने की कोशिश कर रहे थे, जिसे रोकने के लिए पहले उन्हें समझाने का प्रयास किया गया।