उत्तर प्रदेश में पिछले दो दिनों से मोंथा प्रणाली के प्रभाव के कारण कई जिलों में बेमौसम बारिश हुई, जिससे तापमान में अचानक गिरावट दर्ज की गई। झांसी, बाराबंकी और अमेठी सहित कई इलाकों में दिन का तापमान 9 से 10 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया। इस बदलाव ने प्रदेश में सर्दी के शुरुआती एहसास को बढ़ा दिया। गुरुवार को झांसी और बाराबंकी में अक्टूबर माह का सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया।
मोंथा का असर होगा कम, लौटेगी धूप
मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार यानी 1 नवंबर से मोंथा का असर कमजोर पड़ने लगेगा और धूप निकलने से अगले तीन दिनों में दिन का तापमान 5 से 7 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। हालांकि, रात का तापमान धीरे-धीरे नीचे जाने की संभावना है, जिससे सुबह और शाम में हल्की ठंड महसूस होगी।
विभाग का अनुमान है कि इस वर्ष नवंबर में ठंड सामान्य से कुछ कम रह सकती है। दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक रहने के आसार हैं।
कुछ जिलों में हल्की बारिश की संभावना
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि शनिवार को चंदौली, गाजीपुर, बलिया और कुशीनगर जिलों में कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इसके बाद प्रदेश में मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
बारिश से हवा हुई शुद्ध
गुरुवार की बारिश से राजधानी लखनऊ की हवा साफ हो गई। शहर के सभी छह वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों में हवा की गुणवत्ता “हरे” यानी स्वस्थ श्रेणी में दर्ज की गई। लखनऊ का औसत एक्यूआई 68 रहा, जबकि गोमती नगर क्षेत्र की हवा सबसे बेहतर पाई गई, जहां सूचकांक 34 दर्ज हुआ।