रक्षाबंधन के अवसर पर उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम ने महिलाओं को विशेष सौगात दी है। शुक्रवार, 9 अगस्त की सुबह 6 बजे से रविवार, 11 अगस्त रात 12 बजे तक महिलाएं एक सहयात्री के साथ सभी श्रेणी की एसी और नॉन-एसी रोडवेज बसों में नि:शुल्क यात्रा कर सकेंगी।
इस व्यवस्था को सफल बनाने के लिए परिवहन निगम 986 बसों का संचालन करेगा, जबकि 50 अतिरिक्त बसों को रिजर्व में रखा गया है। यात्रियों की सुविधा और बसों की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए 12 अगस्त तक सभी चालकों और परिचालकों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
हेल्प डेस्क और कंट्रोल रूम की व्यवस्था
क्षेत्रीय प्रबंधक आर.के. त्रिपाठी ने बताया कि सभी बस स्टेशनों पर हेल्प डेस्क स्थापित की गई हैं। एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है, जिससे किसी भी परेशानी की स्थिति में यात्री मोबाइल नंबर 8726005808 पर सुबह 6 बजे से रात 12 बजे तक संपर्क कर सकते हैं।
बस संचालन की निगरानी के लिए शिफ्टवार अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है और दो प्रवर्तन वाहन गश्त पर रहेंगे—एक अवध बस स्टेशन पर और दूसरा लखनऊ-रायबरेली एवं लखनऊ-कानपुर मार्ग पर।
महिला यात्रियों के लिए विशेष पिकअप पॉइंट और सफाई व्यवस्था
महिला यात्रियों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए शहर के प्रमुख स्थानों पर पिकअप पॉइंट बनाए गए हैं, जहां कर्मचारियों को तैनात किया गया है। सभी बसों की कार्यशालाओं में 13 अलग-अलग बिंदुओं पर जांच और सफाई की जा रही है, खासकर उन बसों की भी जो 200 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करती हैं।
वर्दी में रहेंगे स्टाफ, बुजुर्गों की करेंगे मदद
क्षेत्रीय प्रबंधक ने निर्देश दिए हैं कि सभी चालक और परिचालक वर्दी में रहेंगे, नशा नहीं करेंगे और यात्रियों से शालीन व्यवहार करेंगे। साथ ही वरिष्ठ नागरिकों को चढ़ने-उतरने में मदद दी जाएगी।
ट्रेनों में वेटिंग फुल, रोडवेज ही एकमात्र विकल्प
रक्षाबंधन के चलते दिल्ली और मुंबई से आने वाली अधिकांश ट्रेनों में तीन दिन पहले से ही टिकट मिलना बंद हो गया है। लखनऊ से पूर्वांचल और बिहार की ओर जाने वाली ट्रेनों में भी वेटिंग लिस्ट बहुत लंबी हो गई है। इससे यात्रियों को अब जनरल डिब्बों में यात्रा करनी पड़ रही है। रेलवे प्रशासन ने स्टेशनों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश जारी किए हैं।