लखनऊ में शुक्रवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर लोकभवन में शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिषदीय विद्यालयों के 66 और माध्यमिक शिक्षा विभाग के 15 शिक्षकों को राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित किया। साथ ही, राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व मॉनिटरिंग के लिए प्रधानाचार्यों को स्मार्ट क्लास और टैबलेट के साथ प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए।

बाल वाटिका और बेसिक शिक्षा में सुधार
सीएम योगी ने कहा कि बेसिक शिक्षा ने बाल वाटिका का नया स्वरूप पेश किया है। इस सत्र में पांच हजार से अधिक बाल वाटिकाएं शुरू हो चुकी हैं। बच्चों को मुख्यमंत्री पोषण योजना से जोड़ने की प्रक्रिया भी जारी है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ बच्चे ही देश का भविष्य सुधार सकते हैं। उत्तर प्रदेश की बेसिक शिक्षा ने देश में सबसे अधिक प्रगति हासिल की है और अब 60 लाख से अधिक बच्चे परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई कर रहे हैं।

पुस्तकों में पात्रों के चयन पर ध्यान
सीएम ने कहा कि एससीईआरटी पुस्तकों में पात्रों का चयन करते समय भारतीय संस्कृति और महापुरुषों को ध्यान में रखे। बच्चों को खेल-खेल में सीखना चाहिए और किताबें पतली व आकर्षक हों, ताकि उन्हें पढ़ने की रुचि बढ़े।

शिक्षकों के लिए बड़ा तोहफा
योगी आदित्यनाथ ने बेसिक और माध्यमिक स्तर के लगभग नौ लाख शिक्षकों के लिए कैशलेस उपचार की सुविधा की घोषणा की। इसमें शिक्षामित्र, अनुदेशक और रसोइया भी शामिल होंगे। इसके अलावा, शिक्षामित्र और अनुदेशक का मानदेय बढ़ाने के लिए कमेटी बनाई गई है, जो जल्द ही अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।

शिक्षक दिवस पर मंत्री संदीप सिंह का संदेश
बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि यह दिन शिक्षक डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर मनाया जा रहा है। शिक्षकों का सम्मान उनके योगदान और निष्ठा के लिए किया जाता है।

शिक्षा विभाग की उपलब्धियां
संदीप सिंह ने बताया कि सरकार द्वारा शुरू की गई गुल्लक किताब और बाल वाटिका हस्त पुस्तिका बच्चों की कल्पनाशक्ति को बढ़ाएंगी। पिछले आठ वर्षों में बेसिक शिक्षा विभाग की छवि में सुधार हुआ है और सरकार सभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बिना भेदभाव के दे रही है।

डिजिटल शिक्षा और सुधार
स्कूलों में डिजिटल शिक्षा, लर्निंग बाई डूइंग और ऑपरेशन कायाकल्प के तहत सुधार लागू किए जा रहे हैं। NCERT की किताबें अब बेसिक शिक्षा में भी लागू होंगी। कक्षा चार तक अगले वर्ष लागू होगी और इसे कक्षा आठ तक बढ़ाया जाएगा। केजीबीवी को 13वीं कक्षा तक अपग्रेड किया जा रहा है। हर जिले में दो CM मॉडल कंपोजिट स्कूल बनेंगे।

माध्यमिक शिक्षा में भी सुधार
माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी ने कहा कि विभाग के 15 शिक्षकों को पुरस्कार दिया गया। प्रोजेक्ट अलंकार से 1104 करोड़ रुपये से 2107 स्कूलों का कायाकल्प किया गया। एडेड विद्यालयों के लिए 134 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। नीति आयोग ने इस पहल की सराहना की और अन्य राज्यों को इसे लागू करने की सलाह दी है।

शिक्षक समाज और राष्ट्र निर्माण में अहम
गुलाब देवी ने कहा कि शिक्षक विद्वान बनाता है और गुरु हमें महान बनाता है। वर्तमान समाज में शिक्षक का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। ऐसे शिष्य तैयार करना आवश्यक है जो समाज के लिए काम करें।