मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को संभल जिले के फत्तेहपुर शरीफनगर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि संभल भगवान कल्कि और भगवान हरिहर की पवित्र भूमि है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, भगवान विष्णु का दसवां अवतार यहीं संभल में होगा। उन्होंने कहा कि यह कोई विवाद का विषय नहीं, बल्कि आस्था और परंपरा का प्रतीक है, जिसे दुनिया के सामने लाने से कोई नहीं रोक सकता।
सीएम ने कहा कि जो लोग संभल की ऐतिहासिक सच्चाई को दबाना चाहते हैं, उन्हें ऐसा जवाब मिलेगा जिसे उनकी आने वाली पीढ़ियां भी याद रखेंगी। उन्होंने कहा कि हमारी परंपरा और धार्मिक ग्रंथ इस बात के गवाह हैं।
658 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने 658.86 करोड़ रुपये की लागत से जुड़ी 220 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इसमें संभल के लिए प्रस्तावित नए जिलाधिकारी कार्यालय और आवासीय परिसर की योजना भी शामिल है, जिस पर लगभग 155.1 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
संभल की पौराणिक पहचान को मिलेगा नया जीवन
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कंद पुराण, विष्णु पुराण और श्रीमद्भागवत जैसे धर्मग्रंथों में संभल का विशेष उल्लेख है। यहां 68 तीर्थ स्थल और 19 पवित्र कूप हुआ करते थे। उन्होंने बताया कि विदेशी आक्रमणकारियों ने इन धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाया और परिक्रमा मार्ग को बाधित कर दिया गया।
सीएम ने बताया कि इन तीर्थों के पुनरोद्धार का श्रेय माता अहिल्याबाई होल्कर को जाता है, जिनके ट्रस्ट द्वारा आज भी इन स्थलों का संरक्षण किया जाता है। उन्होंने कहा कि अब डबल इंजन की सरकार इन तीर्थस्थलों और परंपराओं के संरक्षण और विकास के लिए काम करेगी, क्योंकि यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर है।
उन्होंने कहा, “अगर काशी और अयोध्या का विकास हो सकता है, तो संभल भी पीछे क्यों रहे?” सरकार यहां भी धार्मिक और आधारभूत विकास को प्राथमिकता देगी।
रक्षाबंधन पर बहनों को तोहफा
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि इस रक्षाबंधन, 9 अगस्त को, प्रदेश की सभी बहनों को मुफ्त यात्रा की सुविधा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि महिलाएं अपने साथ यात्रा कर रहे सहयात्रियों के साथ भी बिना किसी किराये के यात्रा कर सकेंगी। यह निर्णय सरकार द्वारा महिलाओं की सुविधा और सम्मान को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
सीएम ने कहा कि सरकार न केवल विकास कर रही है, बल्कि जनकल्याण की योजनाओं को भी तेजी से लागू कर रही है। सावन मास में धार्मिक स्थलों के पुनरुद्धार का कार्य और तेज़ी से आगे बढ़ाया जाएगा।