प्रदेश के 40 वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को अपनी प्रारंभिक नियुक्ति स्थल को गोद लेने का निर्देश जारी किया गया है, ताकि वहां हुए बदलावों को ध्यान में रखते हुए विकास के नए आयाम स्थापित किए जा सकें। इस संबंध में मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने मंगलवार को सभी प्रमुख सचिवों, सचिवों और अपर सचिवों को आदेश जारी किए हैं।
आदेश के अनुसार, भारतीय प्रशासनिक सेवा के वे अधिकारी जिनका ग्रेड-पे 8700 या उससे अधिक है, वे अपने पहले तैनाती वाले कार्यक्षेत्र—चाहे वह विकासखंड, तहसील या जिला मुख्यालय हो—को गोद लेंगे। यदि किसी क्षेत्र में दो अधिकारी पहली बार तैनात हुए हैं, तो उनमें से एक अपनी दूसरी तैनाती वाले क्षेत्र को देखेगा। यह पहल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अपेक्षा के अनुरूप की जा रही है।
अधिकारियों को अपने प्रथम कार्यक्षेत्र में तब से अब तक हुए विकास और बदलावों पर रिपोर्ट तैयार करनी होगी। साथ ही, सीएसआर और अन्य उपलब्ध संसाधनों का प्रभावी उपयोग कर सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना होगा। इस कार्य में एनजीओ, सिविल सोसायटी और स्थानीय लोगों के साथ सहयोग भी आवश्यक होगा। इसके अलावा, जिला योजना, राज्य सेक्टर, वित्त आयोग जैसी विभिन्न योजनाओं से मिलने वाली धनराशि का सही और पारदर्शी उपयोग सुनिश्चित करने के लिए रणनीतिक कार्ययोजना बनानी होगी।
साथ ही, सभी अधिकारियों की प्रथम, द्वितीय और तृतीय तैनाती की सूची भी उनके नाम के साथ जारी की गई है।