बड़कोट। यमुनोत्री धाम के पास राना चट्टी में खुले शराब के ठेके के खिलाफ विरोध एक बार फिर तेज हो गया है। राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर रविवार को ग्रामीणों ने तय कार्यक्रम के अनुसार ठेके पर ताला जड़ दिया। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया, लेकिन स्थानीय लोगों ने विरोध जारी रखते हुए ठेके को बंद कर दिया।

ग्रामीणों का कहना है कि राना चट्टी में यह उप-दुकान धार्मिक आस्था और क्षेत्रीय गरिमा के लिए चुनौतीपूर्ण है। गांव की माताएँ और बहनें पहले भी कई बार धरना प्रदर्शन और ज्ञापन के माध्यम से ठेके को हटाने की मांग कर चुकी हैं, लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।

महावीर पंवार ‘माही’ ने कहा कि यमुनोत्री धाम की आस्था को बनाए रखने और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ठेके को स्थायी रूप से बंद किया जाना चाहिए।

इस विरोध आंदोलन में खरसाली के प्रधान विपिन उनियाल, नारायणपुरी के प्रधान प्रदीप रावत, निशणी के प्रधान मनोज चौहान, दुर्बिल के प्रधान सरजीत लाल, बाडिया की प्रधान अबल देई देवी, दागुंड गांव के प्रधान संतोष रावत, विजयपाल रावत, अनुज रावत ‘अन्ना’, आशीष कुमार (युवा कांग्रेस), आनंद परमार, ऋषभ सहित कई ग्रामीण शामिल रहे।