रुद्रपुर में भाजपा ने विकास पर खेला दांव, इन पांच कारणों से अन्य दावेदारों पर रहे हावी

भाजपा ने काफी इंतजार के बाद रुद्रपुर नगर निगम के लिए भाजपा प्रदेश मंत्री विकास शर्मा को प्रत्याशी घोषित किया है। 19 दावेदारों में से विकास वर्मा भाजपा संगठन की परीक्षा में अलग छाप छोड़ने में कामयाब रहे। इसके बाद वह जनता की अदालत में पार्टी के सिंबल पर ताल ठोकेंगे। 

छात्र राजनीति से तपकर निकले विकास वर्मा बचपन से ही आरएसएस में सक्रिय रहने के साथ ही प्रथम वर्ग शिक्षित हैं। वे रुद्रपुर डिग्री कॉलेज में 2000-2001 में छात्र संघ उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए थे और इसी साल छात्र महासंघ उपाध्यक्ष भी चुने गए थे। 2003 से 2007  तक भाजयुमो जिला महामंत्री और 2007 से 2010 तक भाजयुमो बेरोजगार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक रहे थे। कांग्रेस सरकार में सिडकुल की फैक्टरियों में 70 फीसदी स्थानीय नौजवानों को रोजगार देने को लेकर चले आंदोलन में वे आक्रामक भूमिका को लेकर बेहद चर्चित रहे थे। वे भाजयुमो के जिलाध्यक्ष रहने के साथ ही सांसद प्रतिनिधि, भाजपा विशेष आमंत्रित सदस्य के साथ ही वर्तमान में भाजपा प्रदेश मंत्री का दायित्व संभाले हुए हैं।

विकास वर्मा वर्ष 2022 से चंपावत जिले के प्रभारी भी हैं। इसके अलावा वे पूर्वोत्तर  रेलवे सदस्य रहने के अलावा देवभूमि व्यापार मंडल के अध्यक्ष भी है। वे विभिन्न सामाजिक संगठनों में सक्रिय रहे हैं। मुख्यमंत्री के गृह जिले के प्रमुख निगम में टिकट फाइनल करने के लिए भाजपा ने माथापच्ची की थी। पार्टी नेताओं से रायशुमारी के साथ ही सर्वे भी कराया था। इसके बाद संगठन ने विकास पर भरोसा जताया। भाजपा से लंबे समय जुड़े रहने और विवादों से दूर रहकर राजनीति करने व बेहतर छवि टिकट का आधार बनी है। उन्होंने कहा कि भाजपा संगठन ने उन पर भरोसा जताया है और वे इस सीट को जीतकर पार्टी का भरोसा मजबूत करेंगे। यह सीट लगातार तीसरी बार पार्टी की झोली में आएगी। 

विकास वर्मा को टिकट मिलने के पांच कारण

  • छात्र जीवन से ही भाजपा से जुड़ाव
  • पार्टी में विभिन्न दायित्वों का निर्वहन 
  • पार्टी संगठन में मजबूत पकड़
  • पार्टी के दावेदारों में सबसे युवा चेहरा
  • पार्टी की गुटीय राजनीति से दूरी

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