हरिद्वार: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि आगामी कुंभ मेला उत्तराखंड सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसकी तैयारियों में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि “अब मछलियों पर नहीं, मगरमच्छ पर कार्रवाई होगी,” यानी जिम्मेदारी से बचने वाले बड़े अधिकारी भी कार्रवाई के दायरे में आएंगे।

मुख्यमंत्री ने यह टिप्पणी हरिद्वार के रोड़ीबेलवाला में राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में की। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है बल्कि प्रदेश की छवि से जुड़ा आयोजन भी है। ऐसे में किसी भी निर्माण कार्य या व्यवस्था में कोताही पाए जाने पर संबंधित अधिकारी को परिणाम भुगतने होंगे।
उन्होंने कहा, “जो भी विकास कार्य प्रदेश में होंगे, वे गुणवत्ता और जवाबदेही दोनों के साथ पूरे किए जाने चाहिए। यदि कहीं भी अनियमितता या लापरवाही पाई गई तो संबंधित अधिकारी स्वयं तय कर लें कि वे आगे कहां रहना चाहते हैं।”

रोपवे सेवा पर जल्द मिलेगा समाधान
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने मां मनसा देवी से मां चंडी देवी मंदिर तक प्रस्तावित रोपवे परियोजना को लेकर भी स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि यह बहुप्रतीक्षित सुविधा जल्द शुरू होगी।
काफी समय से यह परियोजना फाइलों में अटकी पड़ी थी, जिससे तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों को निराशा हो रही थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि परियोजना का खाका तैयार है और जल्द ही श्रद्धालु दोनों मंदिरों के बीच आसानी से यात्रा कर सकेंगे।

हालांकि उन्होंने रोपवे सेवा शुरू होने की कोई निश्चित तिथि नहीं बताई, लेकिन भरोसा दिलाया कि यह योजना अब केवल कागजों तक सीमित नहीं रहेगी।
मुख्यमंत्री के इन बयानों से प्रशासनिक अमले में हलचल देखी जा रही है, क्योंकि उन्होंने संकेत दिया है कि इस बार कुंभ की तैयारी में लापरवाही के लिए किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।