उत्तराखंड में हर महीने औसतन चार बार धरती डोल रही है। पिछले महीने ही उत्तरकाशी में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं। उत्तरकाशी में आ रहे भूकंप आने की घटना के कारणों आदि जानने को लेकर शासन ने वाडिया इंस्टीट्यूट और आईआईटी रुड़की को पत्र भी लिखा है।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी-2024 से दिसंबर-2024 के बीच (फरवरी-2024 माह का डेटा संस्थान की वेबसाइट पर नहीं) में देश में 738 बार भूकंप आया है। इसमें अप्रैल में सबसे अधिक 150 झटके (जम्मू कश्मीर में सर्वाधिक 14) महसूस किए गए।
इन्हीं 11 महीनों में राज्य में 43 बार भूकंप आया। सर्वाधिक भूकंप के झटके आठ बार अप्रैल में महसूस किए गए थे। वर्तमान साल के जनवरी में बागेश्वर और चमोली में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, 24 से 31 जनवरी के बीच उत्तरकाशी में छह बार और 10 जनवरी को बागेश्वर में एक बार भूकंप का झटका महसूस किया गया।
हमारा राज्य भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील
उत्तरकाशी में लगातार भूकंप के बाद शासन ने वाडिया और आईआईटी रुड़की को अध्ययन के लिए पत्र लिखा। आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि दोनों संस्थानों से पत्र में पूछा गया कि कोई चिंताजनक बात तो नहीं है? कोई तैयारी तो नहीं करनी है? दोनों संस्थानों ने बताया कि महीने में दो से तीन भूकंप आते रहते हैं। कुछ इतने संक्षिप्त होते हैं कि उनका पता भी नहीं चल पाता। हमारा राज्य भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील है। अभी ऐसी तकनीक नहीं है कि भूकंप आने का पूर्वानुमान पता चले।