रविवार सुबह हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर जाने वाले पैदल रास्ते पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच अचानक मची भगदड़ में आठ लोगों की जान चली गई, जबकि 35 से अधिक लोग घायल हो गए। इनमें से पांच की हालत गंभीर बताई जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटनास्थल का दौरा कर अस्पताल में घायलों से मुलाकात की और हालचाल जाना।
घटनाक्रम कैसे unfolded हुआ
सुबह करीब 9 बजे मंदिर की ओर चढ़ाई कर रहे श्रद्धालुओं के बीच अचानक अफवाह फैल गई कि किसी को करंट लगा है। इस सूचना के बाद लोगों में दहशत फैल गई और भगदड़ मच गई। भीड़ के दबाव में कई लोग गिर पड़े और दबकर घायल हो गए। चीख-पुकार के बीच कई श्रद्धालु बुरी तरह फंस गए।
घटना में घायल सभी लोगों को त्वरित उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने आठ लोगों की मौत की पुष्टि की। मृतकों में एक छह वर्षीय बच्चा भी शामिल है। फिलहाल कुछ मृतकों की पहचान कर ली गई है जबकि एक व्यक्ति की शिनाख्त नहीं हो पाई है।
मृतकों की सूची
- वकील (45)
- आरुष (6), रामपुर मुरादाबाद
- विशाल (19)
- विपिन (18)
- शांति (60)
- रामभरोसे (65)
- अज्ञात युवक (19)
- विक्की (25)
सरकार का ऐलान: मुआवजा और जांच
मुख्यमंत्री धामी ने हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने कहा कि प्रशासन प्रभावित लोगों की हरसंभव सहायता कर रहा है।