एसटीएफ और ऊधमसिंहनगर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में सोमवार शाम नानकमत्ता से ड्रग्स निर्माण के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ। पुलिस ने टनकपुर निवासी कुनाल राम कोहली को गिरफ्तार किया है, जो एमडीएमए बनाने की फैक्ट्री संचालित कर रहा था। उसके पास से बड़ी मात्रा में ड्रग्स तैयार करने में इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल बरामद किया गया है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, बरामद सामग्री में 126 लीटर प्रतिबंधित रसायन और 28 किलोग्राम पाउडर शामिल है, जिससे लगभग 12 किलोग्राम एमडीएमए तैयार किया जा सकता था। इसके अलावा 7.41 ग्राम तैयार एमडीएमए भी जब्त किया गया है। इसे अब तक की सबसे बड़ी ड्रग्स बरामदगी बताया जा रहा है।
चंपावत और मुंबई में कार्रवाई के बाद सामने आया नाम
पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने मंगलवार को इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि 11 जून को चंपावत में ईशा नामक महिला को गिरफ्तार किया गया था, जिसके पास से पांच किलो से अधिक एमडीएमए मिला था। इससे पहले मुंबई पुलिस और क्राइम ब्रांच भी कुमाऊं क्षेत्र में ड्रग्स तस्करों के खिलाफ सक्रिय रही है।
जांच के दौरान खुलासा हुआ कि पिथौरागढ़ के थल थाना क्षेत्र के एक पोल्ट्री फार्म में एमडीएमए तैयार किया जा रहा था। वहीं से कई आरोपियों को मुंबई पुलिस ने हिरासत में लिया था। इस नेटवर्क के पीछे मुख्य साजिशकर्ता के रूप में कुनाल राम कोहली का नाम सामने आया, जिसकी तलाश में एसटीएफ, पिथौरागढ़, चंपावत और ऊधमसिंहनगर पुलिस टीमें लगातार लगी हुई थीं।
नानकमत्ता से हुई गिरफ्तारी, नेपाल तक फैला नेटवर्क
सूचना मिली कि कुनाल नानकमत्ता के नर्सरी तिराहा क्षेत्र में रह रहा है। एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने सोमवार शाम उसे दबोच लिया। पूछताछ में सामने आया कि ड्रग्स का यह कच्चा माल बनारस और गाजियाबाद से मंगवाया गया था और तैयार माल मुंबई भेजा जाना था।
जांच में यह भी सामने आया कि एमडीएमए की तस्करी और निर्माण के तार नेपाल से भी जुड़े हो सकते हैं। पुलिस ने उत्तराखंड में मौजूद ऐसे केमिकल प्लांट्स पर भी निगरानी तेज करने के निर्देश दिए हैं।
जब्त किया गया रासायनिक सामग्री
- डायक्लोरोमिथेन: 57.5 लीटर
- एसीटोन फॉर सिंथेसिस: 20 लीटर
- हाइड्रोक्लोरिक एसिड: 47.5 लीटर
- मिथाइलमाइन सॉल्यूशन: 500 मि.ली.
- सोडियम हाइड्रॉक्साइड: 28 किलोग्राम