बागेश्वर। भाजपा के नए प्रदेश महामंत्री कुंदन सिंह परिहार के जिले आगमन पर स्वागत समारोह में शामिल पुलिस अधिकारियों की तस्वीरों के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विवाद खड़ा हो गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी बागेश्वर ने विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं।
बुधवार को परिहार जिले पहुंचे और कार्यकर्ताओं ने ग्वालदम से बागेश्वर तक उनका फूलमालाओं और पुष्पगुच्छों से स्वागत किया। भीड़ और यातायात की व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए मौके पर कोतवाल कैलाश नेगी और आरक्षी नरेंद्र गोस्वामी तैनात थे। स्वागत समारोह के दौरान पुलिस अधिकारियों ने वर्दी में खड़े होकर महामंत्री का फूलमालाओं से स्वागत किया, जिसकी तस्वीरें कुछ देर में सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं।
सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होते ही विपक्ष ने इसे लेकर निशाना साधना शुरू कर दिया। कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों ने पुलिस की निष्पक्षता और कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। सोशल मीडिया यूजर्स ने फोटो पर तीखी टिप्पणियां कीं, जिसमें पुलिस अधिकारियों पर भाजपा समर्थक रवैया अपनाने के आरोप लगे।
कोतवाली में तैनात आरक्षी नरेंद्र गोस्वामी सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं और उन्होंने फोटो को अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर अपलोड किया था। वायरल होने के बाद इसे डिलीट कर दिया गया, लेकिन तस्वीरें पहले ही व्यापक रूप से फैल चुकी थीं।
इससे पहले साल 2021 में भी जिले में तत्कालीन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के स्वागत के दौरान पुलिस अधिकारियों की तस्वीरें वायरल हो चुकी थीं। उस समय भी विपक्ष ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए थे।
कांग्रेस और अन्य दलों के नेताओं ने कहा कि यह घटना पुलिस प्रशासन में पक्षपात और सत्ता-समर्थक रवैये को उजागर करती है। महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने इसे पुलिस प्रशासन का वास्तविक चेहरा बताया।
एसपी बागेश्वर चंद्रशेखर आर. घोडके ने बताया कि मामले की जांच सीओ बागेश्वर करेंगे। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी और अधिकारियों तथा कर्मचारियों को उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय की सोशल मीडिया नियमावली का पालन सख्ती से करने के निर्देश दिए गए हैं।