उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग ज़िले में स्थित केदारनाथ क्षेत्र में रविवार को हुए एक भीषण हेलीकॉप्टर हादसे में सात लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। घटना के बाद सरकार ने तत्काल प्रभाव से आर्यन एविएशन की हेलीकॉप्टर सेवाओं को चारधाम यात्रा मार्ग पर निलंबित कर दिया है। यह जानकारी नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने दी।
हादसे में सात की मौत
हेलीकॉप्टर में कुल सात लोग सवार थे—पांच यात्री, एक शिशु और एक पायलट। मृतकों की पहचान विक्रम सिंह (46) निवासी रांसी, रुद्रप्रयाग; विनोद देवी (66), तुस्ती सिंह (19) निवासी बिजनौर, उत्तर प्रदेश; राजकुमार सुरेश जायसवाल (41), शारदा राजकुमार जायसवाल (35) और 23 माह की बच्ची काशी, तीनों महाराष्ट्र के रहने वाले; और कैप्टन राजीव (आर्यन एविएशन, राजस्थान) के रूप में हुई है।
प्राथमिक जानकारी के अनुसार, हेलीकॉप्टर गौरी माई खर्क के ऊपर जंगल के इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ, जिसमें सभी शव बुरी तरह झुलस गए। रेस्क्यू टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है।
पायलटों के लाइसेंस निलंबित
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बताया कि ट्रांसभारत एविएशन के दो पायलट—कैप्टन योगेश ग्रेवाल और कैप्टन जितेंद्र हरजाई—ने खराब मौसम के बावजूद उड़ान भरी थी, जिसे सुरक्षा मानकों की अनदेखी माना गया है। दोनों के उड़ान लाइसेंस छह माह के लिए निलंबित कर दिए गए हैं। ये उड़ानें वीटी-टीबीसी और वीटी-टीबीएफ हेलीकॉप्टरों से संचालित की गई थीं।
हेलीकॉप्टर सेवाएं अस्थायी रूप से बंद
यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 15 और 16 जून को केदारनाथ मार्ग पर सभी चार्टर और शटल हेलीकॉप्टर सेवाएं अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई हैं।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस दुखद हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि रुद्रप्रयाग में हेलीकॉप्टर दुर्घटना की जानकारी अत्यंत पीड़ादायक है। राहत और बचाव कार्यों में एसडीआरएफ, स्थानीय प्रशासन एवं अन्य एजेंसियां सक्रिय रूप से जुटी हुई हैं। उन्होंने बाबा केदारनाथ से सभी यात्रियों की सुरक्षा की प्रार्थना की।