मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा, सेब मिशन, कीवी मिशन 2023- 2030 के तहत राज्यभर की 12 परियोजनाओं के माध्यम से सेब उत्पादन को 10 गुना और किसानों की आय को 10-15 गुना बढ़ाना है। सचिवालय में हुई बैठक में सीएस ने विभागीय अधिकारियों को इस संबंध में कार्य के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा, राज्य में बागवानी और जैविक खेती समेत कई क्षेत्र ग्रोथ इंजन साबित होंगे। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को विकसित उत्तराखंड @2047 के तहत बेहतरीन संभावनाओं वाले क्षेत्रों को चिह्नित करने के निर्देश दिए। सीएस ने कहा, समयबद्धता से इसके लिए एक्शन प्लान बनाया जाए।
कहा, उत्तराखंड में पर्वतीय कृषि में विशेषरूप से जैविक कृषि, जड़ी-बूटियां, आयुष, वन सम्पदा, पर्यटन, आईटी व एमएसएमई को पहले ही उत्तराखंड विजन 2030 के तहत ग्रोथ ड्राइवर के रूप में चिह्नित किया जा चुका है। इसके साथ ही सशक्त उत्तराखंड पहल के तहत राज्य की सकल घरेलू उत्पाद को दुगना करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
कहा, राज्य की पर्यावरणीय विरासत को संरक्षित करते हुए समावेशी विकास एवं रोजगार के अवसर सृजित करने का कार्य किया जा रहा है। कहा, मुख्य ग्रोथ इंजन के रूप में बागवानी और जैविक खेती के तहत उच्च मूल्य वाली फसलें सुगंधित और औषधीय पौधों, पॉलीहाउस-खेती, केसर, सेब और कीवी फल, स्थानीय खट्टे फल और अखरोट की खेती को बढ़ावा देना होगा।
कहा, कोल्ड चेन इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करना, कटाई के बाद होने वाले नुकसान को कम करने के लिए विकेंद्रीकृत सौर ऊर्जा संचालित कोल्ड स्टोरेज और प्रसंस्करण इकाइयां स्थापित करनी होगी। विजन 2047 के तहत सालाना 200 मिलियन पर्यटकों को आमंत्रित करने और पर्यटन के योगदान को जीएसडीपी के 20 प्रतिशत तक बढ़ाने का लक्ष्य है। कहा, ग्रोथ इंजन के रूप में राज्य में ऊर्जा क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं।