उत्तराखंड में प्रस्तावित पहले खेल विश्वविद्यालय की स्थापना को लेकर सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। राज्य सरकार ने विश्वविद्यालय के पहले कुलपति, कुलसचिव और वित्त नियंत्रक की अस्थायी नियुक्ति कर दी है। इन नियुक्तियों से न केवल विश्वविद्यालय को यूजीसी से मान्यता मिलने का रास्ता खुलेगा, बल्कि इसकी आधारभूत संरचना के निर्माण और संचालन से जुड़े कार्य भी गति पकड़ेंगे।
29 अगस्त को हो सकता है शिलान्यास
खेल मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि राष्ट्रीय खेल दिवस (29 अगस्त) के अवसर पर विश्वविद्यालय का शिलान्यास करने की योजना है। इसी क्रम में शासन ने विश्वविद्यालय के तीन प्रमुख पदों पर नियुक्तियां की हैं। ये नियुक्तियां तब तक प्रभावी रहेंगी जब तक स्थायी पदाधिकारियों की नियुक्ति नहीं हो जाती या अधिकतम एक वर्ष की अवधि तक लागू रहेंगी।
तीन वरिष्ठ अधिकारियों को मिली जिम्मेदारी
सरकार द्वारा जारी आदेश के अनुसार, विशेष प्रमुख खेल सचिव अमित सिन्हा को कुलपति की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, खेल निदेशक आशीष चौहान को कुलसचिव और खेल निदेशालय के वित्त अधिकारी वी.एन. पांडे को विश्वविद्यालय का वित्त नियंत्रक नियुक्त किया गया है।
खेल मंत्री ने कहा कि इन नियुक्तियों का उद्देश्य प्रशासनिक प्रक्रिया को प्रभावी बनाना है ताकि विश्वविद्यालय की स्थापना से संबंधित कार्य बिना किसी विलंब के संचालित हो सकें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अस्थायी रूप से नियुक्त अधिकारियों को इस अतिरिक्त कार्य के लिए किसी प्रकार का अतिरिक्त वेतन या भत्ता नहीं दिया जाएगा।
राज्यपाल से मिली स्वीकृति, वेतनमान भी तय
उत्तराखंड राज्य क्रीड़ा विश्वविद्यालय विधेयक, 2025 के अंतर्गत इन पदों के सृजन की अस्थायी स्वीकृति राज्यपाल द्वारा दी गई है। साथ ही तीनों पदों के वेतनमान भी निर्धारित किए गए हैं।
- कुलपति पद के लिए ₹2,10,000 का निर्धारित वेतन और ₹5,000 का विशेष भत्ता तय किया गया है।
- कुलसचिव पद का वेतनमान ₹78,800 से ₹2,09,200 के बीच रहेगा, जिसे उत्तराखंड प्रशासनिक सेवा के अधिकारी द्वारा प्रतिनियुक्ति या सीधी भर्ती से भरा जाएगा।
- वित्त नियंत्रक पद के लिए ₹1,23,100 से ₹2,15,900 के वेतनमान की व्यवस्था की गई है, जिसे वित्त एवं लेखा संवर्ग से प्रतिनियुक्ति के माध्यम से भरा जाएगा।
विश्वविद्यालय स्थापना को मिलेगी रफ्तार
तीनों प्रमुख पदों पर नियुक्ति से विश्वविद्यालय की प्रशासनिक गतिविधियों और मान्यता से जुड़ी प्रक्रियाएं तेज़ होंगी। खेल मंत्री आर्या ने बताया कि संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे तत्काल कार्यभार ग्रहण कर विश्वविद्यालय की प्रारंभिक गतिविधियों को सुचारू रूप से संचालित करें।