संचारी रोगों की रोकथाम के लिए अनेक कस्बों में सर्वे

मुजफ्फरनगर। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. महावीर सिंह के निर्देश अनुसार विभागीय अधिकारियों द्वारा जनपदीय स्तरीय एवं ब्लॉक स्तरीय स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा ने बृहस्पतिवार को ब्लॉक शाहपुर, जानसठ, पुरकाजी, खतौली, बुढ़ाना में लोगों को संचारी रोगों संबंधित बीमारियों के नियंत्रण के बारे में जानाकाीरी दी,। जिसमें घर-घर जाकर लोगों को बताया गया कि  डेंगू मलेरिया से बचने के लिए ‘‘क्या करें क्या न करें‘‘ के बारे में जानकारी दी गयी।जिला मलेरिया अधिकारी अलका सिंह ने कहाबताया कि ब्लॉक ब्लॉक शाहपुर के अन्तर्गत समस्त ग्रामों में स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी गई। गांव में मच्छरों से बचने के उपाय बताए गए। जिसमें सभी लोगों को स्वास्थ्य के प्रति खासतौर पर बुखार, जैसे डूंग-मलेरिया को लेकर सचेत किया गया। ग्राम वासियों को जानकारी दी गयी कि अगर बुखार होता है तो वह तत्काल अपने नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर अपना उपचार करायें। उन्होंने बताया तथा  डेंगू,  मलेरिया,  चिकनगुनिया आदि रोगों की जॉंच जिला चिकित्सालय मुजफ्फरनगर में मुफ्त की जा रही है। सभी को वेवैक्टर जनित रोगों के अर्न्तगत आने वाली बिमारियॉ जैसे- डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया , आदि से बचाव एवं रोकथाम के अन्तर्गत की जानकारी दी गयी। बताया गया कि  कि घर के अन्दर, बाहर व छतों पर टूटे बर्तनों, टायर, गमले, बोतल, आदि में पानी जमा न होने दें। कीटनाशक युक्त मच्छरदानी का ही प्रयोग करें। पानी के सभी बर्तन, टंकी इत्यादि को पूरी तरह ढक कर रखें। अपने घर के आस-पास पानी जमा न होने दें। पानी से भरे गड्ढों में मिट्टी भर दे। बच्चों को पूरी आस्तीन कमीज व पेन्ट ही पहनाकर रखे। बुखार उतारने के लिये पैरासिटामोल का इस्तेमाल करे। किसी भी एंटीबायोटिक दवा का सेवन चिकित्सक के परामर्श के बिना न करें। एस्प्रीन या आइब्रुफैन का इस्तेमाल न करे। अधिक बुखार में डाक्टर चिकित्सक की सलाह लें। झोलाछाप डाक्टर चिकित्सक से बचें।

सप्ताह में एक बार कूलर, फूलदान, पशु व पक्षियों के पानी के बर्तनों, हौदी को सूखा कर ही पानी भरे, कार्य करने पर बल दिया।डेंगू व मलेरिया से बचाव के रुके हुये पानी के स्थानों को मिट्टी से भर दें यदि सम्भव न हो तो उसमें कुछ बूंद मिट्टी का तेल या डीजल उसमें डाल दें, घर में कूलर, गमले, छतों पर पड़ेडे पुराने टायर, पशु-पक्षियों के पीने के पात्र एवं निष्प्रयोज्य सामग्री तथा नारियल के खोल, प्लास्टिक के की कप, बोतल आदि में जल पानी एक़ि़त्रतजमा न होने दें। सोते समय मच्छरदानी अथवा मच्छर भगाने की क्रीम का प्रयोग करें। जहां तक सम्भव हो पूरी आस्तीन की कमीज, पेंट व मोमौजे इत्यादि से शरीर को अधिक से अधिक हिस्से को ढककर रखे, पहन कर रहें। तेज बुखार होने पर चिकित्सक से सम्पर्क करें, मलेरिया का शक होने पर नजदीकी के सरकारी अस्पताल में जाकर जॉच करायें, घरों के आस-पास गन्दगी व कूड़ाडा एकत्र न होने दें, नालियों अथवा गड्ढों में रूका हुआ पानी एकत्र न होने दें। यदि कोई डेंगू व मलेरिया रोगी कोई है तो उसे बिना मच्छदानी के न रहने दें। अथवा ऐसे कमरें में रोगी कीउसकी देखभाल करें जिसमें जहां दरवाजों-जे खिडकियोंा में जाली लगी हो।

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