अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस, दुनिया से किए कई बड़े वादें

अफगानिस्तान के लोगों का डर दूर करने के लिए तालिबान मीठी-मीठी बातें कर रहा है। दुनिया को ये दिखा रहा है कि वो बदल गया है। उसने सबको माफ कर दिया है। उसने सरकारी महिला कर्मचारियों को भी वापस काम पर आने को कहा है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि काबुल में दूतावासों की सुरक्षा हमारे लिए महत्वपूर्ण है। हम सभी देशों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि हमारे बल सभी दूतावासों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और सहायता एजेंसियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मौजूद हैं।  

महिलाओं को लेकर कही ये बात

तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा, “हम एक ऐसी सरकार स्थापित करना चाहते हैं जिसमें सभी पक्ष शामिल हों। तालिबान प्रवक्ता ने कहा है कि महिलाओं को स्कूल और हॉस्पिटल में काम करने की छूट होगी। मुजाहिदी ने कहा कि इस्लाम के हिसाब से महिलाओं को अधिकार मिलेंगे और उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा।  

हमारा ध्यान कश्मीर पर नहीं

पाकिस्तान के मंसूबे पर तालिबान ने पानी फेर दिया है। पाक इंटरव्यू में तालिबानी प्रवक्ता ने भारत पर बड़ा बयान दिया है। तालिबान का कहना है कि अफगानिस्तान में भारत अपना प्रोजेक्ट पूरा करे। तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि अपनी जमीन को किसी के खिलाफ इस्तेमाल नहीं होने देंगे। इसके साथ ही सूत्रों की माने तो कश्मीर को तालिबान ने भारत का आतंरिक मामला बताया है। हमारा ध्यान कश्मीर पर नहीं है।

तालिबान के डिप्टी चीफ का बयान 

मुल्ला याकूब का एक ऑडियो सामने आया जिसमें वो कह रहा है कि मेरे मोहतरम, मेरे मुजाहिदीनों मैं आपको एक हिदायत का पैगाम देना चाहता हूं कि आप किसी के भी घर में जबरदस्ती न घुसें। खासतौर से काबुल के बाशिंदों के घर में न घुसें। आप किसी से भी जबरदस्ती उनकी मोटरगाड़ियां न छीने। सरकारी गाड़ियों को लोगों से लेने का काम हम बाद में शुूरू करेंगे। नुजाहिद इस बात का खास ख्याल रखें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here