Google ने अपने लगभग 2.5 अरब (250 करोड़) Gmail यूजर्स के लिए सतर्कता जारी की है। हैकिंग घटनाओं में वृद्धि को देखते हुए यूजर्स को तुरंत अपना पासवर्ड बदलने और टू-स्टेप वेरिफिकेशन सक्षम करने की सलाह दी गई है। साइबर हमलों के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और कई लोग इन हमलों का शिकार हो रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इन हमलों के पीछे पोकेमॉन फ्रैंचाइजी से प्रेरित हैकिंग ग्रुप ShinyHunters का हाथ हो सकता है, जो 2020 से सक्रिय है।

SILive.com की रिपोर्ट के अनुसार, माइक्रोसॉफ्ट, AT&T, सैंटेंडर और टिकटमास्टर जैसी कंपनियों के डेटा ब्रीच के पीछे भी इस ग्रुप का नाम लिया जाता है। ShinyHunters की प्रमुख रणनीति फिशिंग है, जिसमें यह ग्रुप सावधानीपूर्वक तैयार किए गए ईमेल के जरिए यूजर्स को फर्जी लॉगिन पेज पर क्लिक करने या संवेदनशील जानकारी साझा करने के लिए फंसाता है। हालांकि अब तक इस ग्रुप द्वारा चुराया गया अधिकांश डेटा सार्वजनिक रूप से उपलब्ध था, Google ने चेतावनी दी है कि भविष्य में और हमले हो सकते हैं।

यूजर्स तुरंत अपनाएं सुरक्षा कदम
Google के ब्लॉग पोस्ट में कहा गया है कि ShinyHunters ने डेटा लीक साइट (DLS) लॉन्च कर जबरन वसूली की अपनी रणनीति तेज करने की योजना बनाई है। 8 अगस्त को Google ने संभावित प्रभावित Gmail यूजर्स को ईमेल भेजकर अकाउंट सुरक्षा बढ़ाने की सलाह दी थी।

टू-स्टेप वेरिफिकेशन क्यों जरूरी है
टू-स्टेप वेरिफिकेशन अकाउंट सुरक्षा की अतिरिक्त परत जोड़ता है। अगर किसी को पासवर्ड पता भी चल जाए, तब भी सेकेंडरी कोड के बिना अकाउंट एक्सेस नहीं किया जा सकता। Google की चेतावनी सिर्फ उन यूजर्स के लिए नहीं है जिन्हें सीधे निशाना बनाया गया है, बल्कि सभी Gmail यूजर्स के लिए है। क्योंकि ईमेल अकाउंट बैंकिंग, शॉपिंग और सोशल मीडिया लॉगिन में इस्तेमाल होता है, ऐसे में हैक हुए अकाउंट से गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।