दिल्ली में पटाखा बना रहे दो युवकों की धमाके में मौत, कमरे में मिला पोटाश और गंधक

दिल्ली के नरेला औद्योगिक क्षेत्र इलाके में शनिवार रात पटाखे बनाने के दौरान एक कमरे में विस्फोट होने से दो युवकों की मौत हो गई। कमरे से धुआं निकलता देख परिवार के सदस्य वहां पहुंचे और झुलसे दोनों युवकों को बाहर निकालकर पास के अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने दावा किया है कि छानबीन के दौरान कमरे से गंधक और पोटाश मिला है। आशंका है कि दोनों युवक इनको मिलाकर छोटे पटाखे बना रहे थे। इसी दौरान धमाका हो गया। पुलिस ने लापरवाही से मौत का मामला दर्ज कर लिया है और मामले की छानबीन कर रही है।

मृतकों की शिनाख्त टिकरी खुर्द निवासी गौरव और नजफगढ़ निवासी साहिल के रूप में हुआ है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि शनिवार रात पुलिस को हरिशचंद अस्पताल से दो युवकों के झुलसने के बाद भर्ती कराए जाने की जानकारी मिली। सूचना मिलते ही पुलिस अस्पताल पहुंची। जहां पुलिस को पता चला कि डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू की।छानबीन में पता चला कि गौरव अपने पिता संतोष, मां और दो बहनों के साथ टिकरी खुर्द नरेला में रहता था। उसके पिता फर्नीचर का काम करते हैं।

परिवार वालों ने बताया कि गौरव पढ़ाई के साथ साथ इलाके में रेहड़ी लगाकर दीवाली के दीपक, प्लास्टिक का फूल सहित अन्य सामान बेचता था। साहिल उसके दूर का रिश्तेदार व दोस्त था। परिवार वालों ने बताया कि शनिवार रात परिवार के लोग भूतल के कमरे में सो रहे थे, जबकि गौरव और उसका दोस्त पहली मंजिल पर बने कमरे में थे। 11.30 बजे अचानक कमरे में धमाका हुआ। उसके पिता और परिवार के अन्य सदस्यों ने देखा कि गौरव के कमरे से धुआं निकल रहा है। वह तुरंत वहां पहुंचे और कमरे के दरवाजे को तोड़ा। दोनों युवक खाट के बीच में झुलसे पड़े थे जबकि खाट पूरी तरह से जल चुकी थी। कमरे में दीवाली में इस्तेमाल सामान बिखरे पड़े थे। उन लोगों ने कमरे में सामान में लगी आग को बुझाया और घायलों को अस्पताल लेकर गए।

कमरे से मिला पोटाश और गंधक
छानबीन के दौरान पुलिस ने क्राइम और फोरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया। टीम ने छानबीन करने के बाद कमरे से कई साक्ष्य हासिल किए। छानबीन के दौरान पुलिस ने बताया कि कमरे से पोटाश और गंधक मिला है। आशंका है कि गौरव और साहिल कमरे में गंधक और पोटाश को मिलाकर पटककर फोड़ने वाला पटाखा बना रहे थे। पुलिस अधिकारी का कहना है कि शुरुआती जांच में पता चला है कि पोटाश और गंधक का मिश्रण फटने से धमका हुआ है।

दिल्ली पुलिस में भर्ती होना चाहता था गौरव
गौरव की मौत के बाद परिवार में मातम है। उसके ताऊ हरिकेश ने बताया कि गौरव पढाई के साथ अपने पिता को आर्थिक मदद करने के लिए रेहड़ी पर दुकान लगाता था। वह पढ़ लिखकर दिल्ली पुलिस में भर्ती होना चाहता था। इसके लिए वह तैयारी कर रहा था। उन्होंने बताया कि गौरव कोई नशा नहीं करता था। जबकि साहिल बीड़ी पीता था। परिवार वालों का कहना है कि बीड़ी से आग लगने की आशंका है। उन्होंने बताया कि गौरव रेहड़ी पर मोमबत्ती और बच्चों के लिए फुलझड़ी रखता था, लेकिन उन लोगों को यह पता नहीं है कि वह गंधक और पोटाश से पटाखे तैयार कर रहा था।

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