उमेश कोल्हे हत्याकांड: 8 दिन में 7 गिरफ्तार, आठवां आरोपी शमीम अब भी फरार

कोल्हे हत्याकांड मामले में हमलावरों 8 वां आरोपी शमीम अब भी फरार है। दूसरी ओर सोमवार को एनआईए के वरिष्ठ अधिकारी दिल्ली से एनआईए के अधीक्षक प्रवीण इंगोले व उपअधीक्षक बजरंग बनसोले भी अमरावती में पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने कोतवाली थाने पहुंचकर मामले की जानकारी ली। इधर  एनआईए ने दिल्ली में एफआईआर (प्राथमिकी) दर्ज की है। इनमें से चार आरोपियों को एनआईए को सौंप दिया गया है। इस बीच उमेश कोल्हे हत्याकांड को लेकर 14 दिन बाद पुलिस आयुक्त डॉ. आरती िसंह ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि मामले में 8 वां आरोपी भी है। वह हत्या के बाद घटनास्थल से गाड़ी पर बैठाकर अन्य लोगों को लेकर भागा था। दूसरी ओर मामले के 4 आरोपियों को सोमवार को सोमवार को न्यायालय में प्रस्तुत किया। यहां आरोपियों ने खुद को बचाने के लिए पुलिस सहित अन्य लोगों पर आरोप-प्रत्यारोप किए। जांच व आरोपी अपने कब्जे में लेने के लिए एनआईए की देर शाम तक अदालत में प्रक्रिया जारी थी। जिससे अब गिरफ्तार सभी सात आरोपियों को एनआईए अपने कब्जे में ले लेगी। सोमवार को उमेश कोल्हे को राजकमल चौराहे पर श्रद्धांजलि दी गई। जिसमें भाजपा के नेता, पदाधिकारी और विविध हिंदू संगठन के पदाधिकारी मौजूद थे।

उदयपुर जैसे दंगों को रोकने जानकारी रखी गोपनीय

डॉ. आरती सिंह ने सोमवार को पुलिस आयुक्तालय में आयोजित पत्र-परिषद में कहा कि कोल्हे हत्याकांड की शुरुआत में हमें घटना की वजह मालूम नहीं थी। जांच के बाद कुछ समय में पता चला कि नूपुर शर्मा के पोस्ट के समर्थन के चलते हत्या की गई है। उस समय उदयपुर में दंगे हो रहे थे। मामला बेहद संवेदनशील होने के कारण हत्या के कारण को गोपनीय रखा गया और उसे सार्वजनिक नहीं किया  गया ताकि उदयपुर जैसी घटनाओं को रोका जा सके। मामले को लूट का एंगल पुलिस ने नहीं दिया और न ही लूट की धारा के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने समय-समय पर घटना के आरोपियों के गिरफ्तार होने की जानकारी प्रेसनोट जारी कर दी। आरोपियों के पास से अब तक दो मोटरसाइकिल व तीन चाकू बरामद किए गए हैं। मास्टरमाइंड इरफान शेख ने हमलावरों को भागने के लिए गाड़ी व 10 हजार रुपए दिए थे।

राणा के आरोप द्वेषपूर्ण

डॉ. आरती सिंह ने राणा दंपति द्वारा लगाए गए आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया। उनका कहना है कि आरोप द्वेषपूर्ण तरीके से लगाए गए हैं। मनपा आयुक्त पर हमले के मामले में 307 धारा के तहत विधायक रवि राणा पर मामला दर्ज किया गया। घटना के बाद से वह इस तरह के आरोप लगातार लगाए जा रहे हैं जबकि मामले में ऐसा कुछ भी नहीं है। दिनदहाड़े लूट और हत्या के आरोप झूठे हैं। कोल्हे की हत्या के बाद मैं खुद घटनास्थल पर गई थी लेकिन उस समय यह मामला दिशाहीन था। जैसे ही मामले में नूपुर शर्मा के पोस्ट के समर्थन की जानकारी मिली पुलिस ने उसके अनुसार कार्रवाई की।

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