यूपी: 760 निकायों के चुनाव की मतगणना सुबह 8 बजे से

शहर की सरकार बनाने में किसके सिर ताज सजा, इसका फैसला आज होगा। 760 नगर निकायों में डाले गए वोटों की मतगणना प्रदेश भर में शनिवार को की जाएगी। एक माह से ज्यादा समय तक इस चुनाव में जुटे राजनीतिक दलों एवं उम्मीदवारों में किसकी मेहनत रंग लाई इसका आज पता चला जाएगा। 14521 पदों के लिए 83372 उम्मीदवार वैतरणी में उतरे थे। पार कौन लग पाया, यह आज पता चलेगा।

9 अप्रैल को प्रदेश में नगर निकाय चुनाव कराए जाने की घोषणा हो गई थी। इस बार दो चरण में मतदान हुआ। पहले चरण का मतदान चार मई को 37 जिलों में तथा दूसरे चरण का मतदान 11 मई को 38 जिलों में कराया गया। दोनों चरणों में 52 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया। 13 मई को प्रदेश भर में सभी निकायों में डाले गए वोटों की मतगणना होगी। यदि महापौर पद की बात करें तो पिछले चुनाव में 16 में से 14 महापौर भाजपा से चुने गए थे। दो पर बसपा ने विजय हासिल की थी। सपा और कांग्रेस के हिस्से में एक भी सीट नहीं आई। इस बार मतदाताओं ने किसके हिस्से में क्या दिया, यह पता आज चल जाएगा।

353 मतगणना केंद्रों पर 35 हजार कर्मचारी गिनेंगे वोट: मनोज कुमार
राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि प्रदेश भर के सभी जिलों में 353 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। इन पर 35 हजार कर्मचारी वोट गिनेंगे। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की जाए। आवश्यक पुलिस एवं पीएसी के जवानों के साथ-साथ मोबाइल टीमें भी तैनात की जाएं। मतगणना केंद्रों पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था के लिए जनरेटर की भी व्यवस्था कराने को कहा गया है। आकस्मिक घटना से निपटने के लिए फायर ब्रिगेड व एंबुलेंस तैनात रहेंगी।

सीसीटीवी लगेंगे, चरणवार घोषित होगा परिणाम
मतगणना कैमरों की निगरानी में होगी। राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा है कि इसके लिए स्ट्रांग रूम में रिकार्डिंग वाले सीसीटीवी कैमरे लगे होने चाहिए। वीडियोग्राफी भी कराई जाए। साथ ही यहां लाउड स्पीकर लगाए जाएं और प्रत्येक राउंड का परिणाम लाउड स्पीकर पर घोषित किया जाए। मतगणना केंद्र के बाहर प्रत्याशियों के समर्थकों को मतगणना की जानकारी लाउडस्पीकर से दी जाए। किसी भी वीआईपी, सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति और आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति को मतगणना एजेंट न बनाया जाए। प्रत्येक मतगणना केंद्र पर एक कंट्रोल रूम की स्थापना कराएं।

विजय जुलूस पूरी तरह से प्रतिबंधित
आयोग ने निर्देश दिए हैं कि विजय जुलूस पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। किसी भी विजयी प्रत्याशी को कतई जुलूस निकालने की अनुमति न दी जाए। इसे रोकने के लिए व्यापक स्तरीय इंतजाम किए जाएं। ऐसा करने पर कार्रवाई की जाए। थानावार इसकी व्यवस्था की जाए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here