यूपी: कोरोना के कारण जेलों में बंदियों से मुलाकात की व्यवस्था बंद

लखनऊ। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर के तेजी से प्रसार को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार बचाव के हर तरीके को अपना रही है। प्रदेश में कोरोना नाइट कर्फ्यू लागू करने के बाद सरकार ने अब जेल में बंदियों से होने वाली उनके संबंधियों से मुलाकात को भी स्थगित कर दिया है। इसके साथ ही जेल में भी फिजिकल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन कराने का निर्देश दिया गया है। बाराबंकी में एक बंदी के कोरोना संक्रमित होने के बाद उसको आइसोलेशन में रखा गया है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को टीम-09 के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में कोरोना के दृष्टिगत जेलों में निरुद्ध बंदियों की सुरक्षा के लिए संबंधियों से मुलाकात की व्यवस्था को स्थिति सामान्य होने तक स्थगित रखने का निर्देश दिया। बाराबंकी जेल में कोविड पॉजिटिव पाए गए बंदी के स्वास्थ्य की सतत निगरानी के साथ आवश्यकता होने पर तत्काल अस्पताल में इलाज की सुविधा मुहैया कराने का भी निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री ने पुलिस को लोगों को मास्क लगाने के साथ भीड़ न लगाने तथा रात्रि 10 बजे के बाद घर जाने के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू के नाम पर किसी के भी साथ दुर्व्यवहार भी ना करने की सलाह दी है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसका भी निर्देश दिया कि जिला तथा पुलिस प्रशासन ध्यान दे कि कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर लोगों में अनावश्यक पैनिक न हो।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जनपदों में स्थापित इंटीग्रेटेड कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) को सातों दिन 24 घंटे एक्टिव रखा जाए। पहले की तरह ही वहां नियमित बैठकें आयोजित की जाएं। आईसीसीसी हेल्पनंबर सार्वजनिक कर इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। लोग किसी जरूरत पर तत्काल वहां संपर्क कर सकते हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि निर्माण कार्य में संलग्न विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं के कार्य की मुख्य सचिव ही समीक्षा करें। दशक भर से लंबित प्रोजेक्ट की देरी पर जवाबदेही तय की जाए। इसके साथ कार्य में गुणवत्ता, शुचिता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं।

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