सांसद वरुण गांधी ने कोविड-19 के बाद ओमिक्रॉन पर चिंता जाहिर करते हुए शनिवार को ज़िले के प्रमुख चिकित्सकों और चिकित्साधिकारियों के साथ वर्चुअल मीटिंग की। बचाव और सतर्कता पर उनकी राय जानी। अपने सुझाव भी दिए।
दिल्ली से वर्चुअल मीटिंग में सांसद ने कहा कि बच्चों को लेकर हमें ज़्यादा सतर्कता बरतनी होगी। अगर कोई बच्चा संक्रमित होता है तो उसे तत्काल इलाज मिले। जिन ग्राम सभाओं में टीकाकरण की कमी रह गयी है, वहां शिविर लगाकर शत-प्रतिशत टीकाकरण कराया जाए।
उन्होंने कहा कि किसी भी महामारी से निपटने के लिए सीएचसी और पीएचसी में ऑक्सीजन समेत तमाम जरूरी सुविधाएं अवश्य होनी चाहिए। सांसद ने कहा कि निगरानी समितियों को फिर से सक्रिय किया जाए। टेस्टिंग बढ़ाई जाए। इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर जारी किए जाएं। टेली-मेडिसिन पद्धति से ओपीडी शुरू की जाए। प्राइवेट चिकित्सा विशेषज्ञों का भी सहयोग लिया जाना चाहिए।