यूपी: सार्वजनिक स्थलों, पार्कों व रास्तों पर स्थापित न हो दुर्गा प्रतिमा- सीएम योगी

शारदीय नवरात्र के दौरान सार्वजनिक स्थलों, पार्कों व रास्तों पर दुर्गा प्रतिमाओं को पूजा के लिए स्थापित करने से गुरेज बरतना चाहिए। ताकि किसी को भी इससे होने वाली परेशानी व असुविधा का सामना न करना पड़े।  यह आह्वान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। वह शुक्रवार को देवीपाटन शक्तिपीठ तुलसीपुर में आयोजित विशेष पूजा अनुष्ठान में हिस्सेदारी करने आए थे। इस मौके पर गोरक्षनाथ पीठ गोरखपुर के पुरोहितों ने देवीपाटन शक्तिपीठ के गर्भगृह में मुख्यमंत्री से विधि विधान से पूजा अर्चना संपन्न कराई। 

सीएम योगी ने अनुष्ठान में भाग लेने के बाद मौजूद मंडल स्तरीय तथा जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ नवरात्र में होेने वाले आयोजनों और इनमें बरती जाने वाली सुरक्षा व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक भी की। उन्होंने कहा कि नवरात्र के दौरान नेपाल की खुली सीमा का देश विरोधी ताकतें कोई बेजा इस्तेमाल न कर पाएं, इसके लिए कड़ी चौकसी बरती जाए। साथ ही इस बात का भी पूरा ध्यान रखा जाए कि  शारदीय नवरात्र में दर्शन के लिए देवी पाटन शक्तिपीठ व अन्य देवी मंदिरों में आने वाले दर्शनार्थियों व श्रद्धालुओं को इसके कारण कोई असुविधा का सामना न करना पड़े।  

उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश नेपाल के साथ सदियों पुराने मैत्री संबंध हैं। जिले की काफी लंबी खुली सीमा नेपाल से सटी है। नेपाल से बड़ी संख्या में श्रद्धालु नवरात्र में देवीपाटन में मां पाटेश्वरी के दर्शन पूजन के लिए आते हैं। इसलिए इस बात का पूरा ध्यान रखा जाए कि इस खुली सीमा व संबंधों का देश विरोधी ताकतें इस्तेमाल कर अमन चैन का माहौल खराब न कर सकें। इसके लिए खुफिया एजेंसियों को सतर्क रखने के साथ ही सीमा पर तैनात एसएसबी व पुलिस की टीमें गठित कर पूरे समन्वय के साथ सुरक्षा निगरानी की जाए।  

नई लिंक नहर बनाने का भेजे प्रस्ताव  
सिंचाई विभाग के अफसरों को निर्देश देते हुए सीएम योगी ने कहा कि जिले से गुजरने वाली मुख्य सरयू नहर का लाभ जिले के अधिक से अधिक किसानों को मिले। इसकी पड़ताल कर यह सुनिश्चित किया जाए कि किन-किन जगहों पर नई लिंक नहर बनाने की जरूरत है, उसका प्रस्ताव भी तैयार कर भेजा जाए। इसमें इस बात का भी उल्लेख हो कि जलाशयों से निकली किन-किन नहरों को सरयू नहर से जोड़ा जा सकता है। ताकि किसानों के फायदे के लिए पूरी कार्ययोजना बनाकर उसे अमल में लाया जा सके। निर्देश दिया कि बाढ़ से निपटने की सभी तैयारियां पूरी तरह चाक चौबंद रखी जाए।

इस मौके पर मौजूद डीएम डॉ. महेंद्र कुमार ने मुख्यमंत्री को बाढ़ से संबंधित तैयारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर देवीपाटन शक्तिपीठ महंत मिथिलेश नाथ योगी, मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल, डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल, तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ला, सदर विधायक पल्टूराम, उतरौला विधायक राम प्रताप वर्मा, पूर्व सांसद दद्दन मिश्र व जिला पंचायत अध्यक्ष आरती तिवारी समेत डीएम व एसपी समेत अन्य अधिकारी व जिला भाजपा के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। 

थारू जनजाति के विकास पर जोर 
सीएम योगी ने निर्देश दिया कि नेपाल सीमा पर बसे थारू जनजाति बाहुल्य क्षेत्रों में सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सभी पात्रों तक पहुंचाया जाए। इन क्षेत्रों में बिजली, स्कूल, पेयजल व सड़कों का निर्माण कराने के साथ ही थारू जनजाति के लोगों को लघु एवं कुटीर उद्योगों से जोड़कर स्वावलंबी बनाया जाए। इस दौरान ब्लॉक प्रमुख संघ बलरामपुर ने भी सीएम से मिलकर उन्हीं अपनी मांगों का एक ज्ञापन भी सौंपा। इसमें ब्लॉक प्रमुखों के अधिकार बढ़ाने की बात प्रमुख तौर पर शामिल रही। सीएम ने ब्लॉक प्रमुखों की न्यायोचित मांगों के शीघ्र निस्तारण का भरोसा भी दिलाया। 

देवीपाटन को अयोध्या से सीधे जोड़ने की मांग  
देवीपाटन मंदिर के महंत मिथिलेश नाथ योगी ने पीठ में आए मुख्यमंत्री से देवीपाटन को अयोध्या से सीधे जोड़ने के लिए उतरौला से गौरा चौराहा तक टू लेन सड़क बनवाए जाने की मांग का एक ज्ञापन भी सौंपा। महंत ने बताया कि तुलसीपुर से गौरा चौराहा तक तथा उतरौला से अयोध्या तक टू लेन सड़क पहले से ही बनी हुई है। गौरा चौराहा से उतरौला तक टू लेन सड़क बनने से श्रद्धालुओं को काफी सुविधा होगी। 

ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर हो बिजली सप्लाई  
देवीपाटन शक्तिपीठ आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पावर कारपोरेशन के अफसरों को ग्रामीण क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को बेहतर बनाए जाने का निर्देश दिया। कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में निर्धारित रोस्टर के अनुसार 18 घंटे विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही व शिथिलता बर्दाश्त नहीं होगी। 

तय समय से एक घंटा पहले ही वापसी 
देवीपाटन शक्तिपीठ आए मुख्यमंत्री योगी को दोपहर 2.25 बजे लखनऊ के लिए रवाना होना था। मुख्यमंत्री निर्धारित समय से करीब एक घंटे पहले 1.25 बजे ही लखनऊ के लिए वापस रवाना हो गए। भ्रमण के तय समय से एक घंटा पहले सीएम के वापस जाने का मामला स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बना रहा।

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