उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए तमाम दावे किए जा रहे हैं, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। आलम तो यह हो गया है कि ट्रामा सेंटर में आए गंभीर मरीज का इलाज भी टॉर्च की रोशनी में हो रहा है। बताया गया है कि ये कोई एक दिन की बात नहीं है, आए दिन लाइट जाने पर ऐसा ही होता है।
आधा घंटे छाया रहा अंधेरा
फिरोजाबाद में बुधवार रात करीब आधा घंटे तक ट्रामा सेंटर में अंधकार छाया रहा। इस बीच मोबाइल की रोशनी में चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मचारी मरीजों का उपचार करते देखे गए। जनरेटर की सुविधा होने के बाद भी उसको नहीं चलाया गया। बताया गया कि सड़क हादसे में घायल एक व्यक्ति की टांके भी मोबाइल की रोशनी में लगाने के लिए स्वास्थ्य कर्मचारी विवश दिखाई दिए।
बेखबर हैं स्वास्थ्य के अफसर
इससे पूर्व भी लाइट जाने पर ट्रामा सेंटर में अंधकार छाने के मामले प्रकाश में आए हैं। इसके बाद भी स्वास्थ्य के अफसर इस ओर कोई ठोस निर्णय लेते दिखाई नहीं दे रहे हैं।