मथुरा के वृंदावन में व्यासपीठ से कथित तौर पर महिलाओं पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर भागवताचार्य अनिरुद्धाचार्य विवादों में घिर गए हैं। उनकी टिप्पणी के खिलाफ मथुरा बार एसोसिएशन ने सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए कानूनी कार्रवाई का फैसला लिया है।

गुरुवार को बार एसोसिएशन की बैठक में महिला अधिवक्ता प्रियदर्शनी मिश्रा ने अनिरुद्धाचार्य के विरुद्ध न्यायालय में वाद दायर करने का प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया। बार एसोसिएशन अध्यक्ष प्रदीप शर्मा ने इस मुकदमे की विधिक पैरवी स्वयं करने की जिम्मेदारी ली है।

बार एसोसिएशन के सचिव प्रदीप लवानियां ने बताया कि अधिवक्ता प्रियदर्शनी मिश्रा द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया गया है कि अनिरुद्धाचार्य ने अपनी कथा के दौरान अविवाहित युवतियों को लेकर अनुचित टिप्पणी की, जिससे समाज की महिलाओं की भावनाएं आहत हुई हैं।

इस मुद्दे को लेकर अधिवक्ताओं का एक प्रतिनिधिमंडल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार से मिला और कथावाचक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। साथ ही शुक्रवार को बार एसोसिएशन की ओर से विरोध प्रदर्शन भी किया जाएगा।

बैठक में महिला अधिवक्ताओं पूजा शर्मा, सौम्या शुक्ला, भावना सैंगर, गुंजन यादव, अनीता राघव, सोनी वर्मा, गौरी अग्रवाल, इंदु चौरसिया और आरती भारद्वाज सहित कई सदस्य मौजूद रहे।

वहीं, इस पूरे प्रकरण पर गौरी गोपाल आश्रम के मीडिया प्रभारी राहुल ने सफाई देते हुए कहा कि अनिरुद्धाचार्य पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि उन्होंने अपनी बात सभी के लिए नहीं, बल्कि कुछ विशेष परिस्थितियों में कही थी। उन्होंने कहा कि महाराजजी महिलाओं का अपमान नहीं करते, बल्कि स्वयं को ‘मातृसेवक’ मानते हैं।