मेरठ और आसपास के एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण का संकट जारी है। गुरुवार सुबह मेरठ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 329 दर्ज किया गया, जो ‘खतरनाक’ लाल श्रेणी में आता है। शहर का सबसे प्रदूषित क्षेत्र जयभीमनगर रहा, जहाँ AQI 342 तक पहुंच गया।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड और नमी में वृद्धि ने हवा को और भी जहरीला बना दिया है। मॉर्निंग वॉक पर जाने वाले लोग और संवेदनशील वर्ग—जैसे बुजुर्ग, बच्चे और सांस रोगी—सबसे अधिक प्रभावित हैं, क्योंकि वातावरण में मौजूद PM2.5 और PM10 कण सीधे श्वसन तंत्र में प्रवेश कर रहे हैं।
डॉ. यूपी शाही ने बताया कि रात का तापमान 8–9 डिग्री तक गिर सकता है, जिससे प्रदूषण और बढ़ने की संभावना है।
गुरुवार सुबह विभिन्न शहरों का AQI इस प्रकार रहा:
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ग्रेटर नोएडा: 386
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नोएडा: 376
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हापुड़: 371
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गाजियाबाद: 360
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दिल्ली: 360
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मुजफ्फरनगर: 337
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पल्लवपुरम: 333
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दिल्ली रोड: 332
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बेगमपुल: 330
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मेरठ (औसत): 329
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गंगानगर: 323
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बागपत: 310
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बुलंदशहर: 285
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जयभीमनगर: 342 (सबसे प्रदूषित)
विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि लोग आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें और मास्क पहनकर ही बाहर जाएँ। प्रदूषण के लगातार उच्च स्तर के कारण स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव की संभावना बनी हुई है।