मेरठ। तेजगढ़ी चौराहे के पास रविवार शाम कार पार्किंग को लेकर हुआ मामूली विवाद बड़े बवाल में बदल गया। आरोप है कि भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष विकुल चपराना ने स्थानीय कपड़ा व्यापारी सत्यम रस्तोगी से न केवल गाली-गलौज की, बल्कि सड़क पर नाक रगड़वाकर माफी भी मंगवाई। इस दौरान उन्होंने कथित तौर पर राज्यमंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर का नाम लेकर व्यापारी को धमकाया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना के वक्त आसपास भीड़ जमा हो गई और कई लोगों ने वीडियो बना लिया, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो सामने आने के बाद पुलिस पर भी सवाल उठे क्योंकि मौके पर मौजूद होने के बावजूद उसने तत्काल कार्रवाई नहीं की।
पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज, आरोपी को मिली जमानत
मामला तूल पकड़ने पर एसएसपी मेरठ डॉ. विपिन ताडा ने कीर्ति पैलेस चौकी प्रभारी गौरव सिंह, हेड कांस्टेबल चेतन और कांस्टेबल बृजेश को लापरवाही बरतने के आरोप में लाइन हाजिर कर दिया।
वहीं, वायरल वीडियो के आधार पर मेडिकल थाने में केस दर्ज कर आरोपी विकुल चपराना को देर शाम गिरफ्तार किया गया। हालांकि, सोमवार को अदालत में पेशी के बाद उन्हें जमानत मिल गई।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने साधा निशाना
घटना का वीडियो सामने आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा-
“भाजपा नेता सत्ता के अहंकार में इतने चूर हैं कि किसी का भी सार्वजनिक अपमान करने से नहीं चूकते। उन्हें याद रखना चाहिए कि हर दंभ का अंत तय है।”
व्यापारियों में आक्रोश, करेंगे एसएसपी कार्यालय का घेराव
इस घटना से व्यापारिक समुदाय में भी नाराज़गी है। मेरठ व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष जीतू नागपाल के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने व्यापारी सत्यम रस्तोगी से मुलाकात की और कहा कि बुधवार को एसएसपी कार्यालय का घेराव किया जाएगा।
बैठक में जूही त्यागी, उमाशंकर खटीक, गौरव वाल्मीकि और जितेंद्र कुमार सहित कई व्यापारी मौजूद रहे।
भाजपा ने कहा- अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी
भाजपा जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा ने बयान जारी करते हुए कहा,
“सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का संज्ञान लिया गया है। इस मामले में प्रदेश नेतृत्व को अवगत करा दिया गया है। भाजपा अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करती, और अपराधियों का पार्टी से कोई संबंध नहीं है।”
मंत्री ने दी सफाई
ऊर्जा राज्यमंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर ने इस मामले से खुद को अलग बताते हुए कहा,
“मुझे इस घटना की कोई जानकारी नहीं है। मेरा किसी से व्यक्तिगत संबंध नहीं है। कोई भी व्यक्ति मेरा नाम ले सकता है, लेकिन मैं कानून के अनुसार कार्रवाई का पक्षधर हूं।”
गौरतलब है कि फरवरी 2024 में भी राज्यमंत्री के भतीजे निखिल तोमर पर एक युवक से मारपीट का आरोप लगा था। उस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।