किठौर। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के जिला अध्यक्ष मतलूब गौड़ और उनके तीन भाइयों समेत 14 लोगों को पुलिस ने सोमवार की घटना के मामले में जेल भेज दिया है। आरोप है कि जेल से हाल ही में रिहा हुए इन लोगों ने कस्बे में जुलूस निकालकर आतिशबाजी की और हुड़दंग मचाकर भय का माहौल बनाया।
किठौर पुलिस के सब-इंस्पेक्टर विजय कुमार की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की गई थी। घटना उस समय हुई जब मतलूब गौड़ के चार भाई सोमवार को जेल से रिहा हुए। उनके बाहर आने पर समर्थकों ने मवाना रोड सहित कस्बे में जुलूस निकाला और नारेबाजी तथा आतिशबाजी की। इस दौरान सड़क पर जाम भी लग गया।
मतलूब गौड़ और प्रदेश के पूर्व मंत्री व विधायक शाहिद मंजूर के बीच लंबे समय से राजनीतिक खींचतान चल रही है। साल 2003 में मतलूब गौड़ के भाइयों पर शाहिद मंजूर पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगा था। उस मुकदमे में कोर्ट ने फारुख, नन्नो, नदीम, कलवा, मारूफ और सलीम को दोषी ठहराते हुए छह-छह साल की सजा सुनाई थी।
सजा के दौरान नन्नो की मौत हो गई थी, जबकि सलीम 6 नवंबर को जेल से रिहा हुए। सोमवार को फारुख, कलवा, मारूफ और नदीम जेल से रिहा हुए, जिसके बाद यह विवादित जुलूस निकाला गया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया।
मंगलवार को किठौर पुलिस ने मतलूब गौड़ के तीन भाइयों समेत कुल 14 आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।