मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश बार कौंसिल चुनाव की आहट के साथ ही मुजफ्फरनगर में अधिवक्ताओं की गतिविधियां तेज हो गई हैं। जिले के वरिष्ठ और युवा वकील इस बार सक्रिय रूप से चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं।
पूर्व विधायक और बार कौंसिल के पूर्व वाइस चेयरमैन शाहनवाज राना समेत दस से अधिक अधिवक्ताओं ने प्रचार अभियान की शुरुआत कर दी है। हालांकि चुनाव की आधिकारिक घोषणा अभी नहीं हुई है, लेकिन उम्मीदवारों ने जिला बार एसोसिएशन और तहसील स्तर की बार सभाओं में जाकर समर्थन जुटाना शुरू कर दिया है।
सदस्य पद के संभावित उम्मीदवारों में योगेश कुमार मलिक, विनेश कुमार, पंडित सुमित कुमार भारद्वाज, प्रदीप मलिक और सानुज मलिक जैसे नाम सामने आए हैं। ये सभी अधिवक्ताओं से व्यक्तिगत मुलाकातें कर समर्थन मांग रहे हैं।
मुजफ्फरनगर के अलावा अन्य जिलों के संभावित प्रत्याशी भी यहां के अधिवक्ताओं से संपर्क साध रहे हैं। जानसठ, खतौली और बुढ़ाना तहसील के अधिवक्ता इस बार चुनाव परिणामों में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।
फिर चुनावी मैदान में शाहनवाज राना
पूर्व विधायक और यूपी बार कौंसिल के वाइस चेयरमैन रह चुके शाहनवाज राना एक बार फिर सदस्य पद के लिए चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। उन्होंने जिले के अधिवक्ताओं से मुलाकातों का सिलसिला शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, राना इस बार प्रथम वरीयता के सदस्य पद के लिए नामांकन दाखिल करने की योजना बना रहे हैं।
गौरतलब है कि शाहनवाज राना हाल ही में जीएसटी टीम पर हुए हमले के मामले को लेकर चर्चा में रहे थे और कुछ समय जेल में भी रहे। इससे पहले वह मीरापुर विधानसभा उपचुनाव में भी आसपा के टिकट से दावेदारी कर चुके थे, हालांकि अंतिम समय में उन्होंने चुनाव से स्वयं को अलग कर लिया था।