खतौली। तहसीलदार व बिजली अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए भाकियू कार्यकर्ताओं ने तहसीलदार कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया। जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन एसडीएम को सौंपा गया। एसडीएम मोनालिसा जौहरी ने हस्तक्षेप कर तहसीलदार की कार्यशैली में एक सप्ताह में सुधार लाने के आश्वासन पर धरना समाप्त कराया।
सोमवार को भाकियू कार्यकर्ता एनसीआर प्रभारी कपिल सोम के साथ ट्रैक्टरों के काफिले के साथ तहसील पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने तहसीलदार श्रद्धा गुप्ता पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। इस दौरान तहसील कर्मचारी अपने कार्यालयों में ताला लगाकर चले गए।
कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचीं तहसीलदार श्रद्धा गुप्ता, नायब तहसीलदार अमित रस्तोगी, एक्सईएन विद्युत देवेंद्र सिंह को अपने बीच धरने पर बैठा लिया। कार्यकर्ताओं ने तहसीलदार पर हिस्सा प्रमाण पत्र जारी करने, दाखिल खारिज करने, अंश निर्धारण करने में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।
कार्यकर्ताओं का कहना था कि तहसीलदार का किसानों के प्रति व्यवहार अच्छा नहीं है। तहसीलदार के कार्यालय में तैनात स्टैनो पर भी आरोप लगाए गए। बाद में एसडीएम ने हस्तक्षेप कर एक सप्ताह में तहसीलदार के व्यवहार में सुधार का आश्वासन देकर धरना समाप्त कराया।
धरने में पूर्व जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा, नीरज पहलवान, ललित त्यागी, रणधोल राठी, सतेंद्र चौहान ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस दौरान दीपांकर, सुमित, सुनील, नंदपाल, अमित, जुल्फकार, फुरकान, मुजम्मिल राना, भरतवीर आर्य आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता सुखलाल तालियान व संचालन प्रवेंद्र ढाका तथा सचिन चौधरी ने किया।