मुजफ्फरनगर। राज्य कर विभाग द्वारा ईंट-भट्ठों का मासिक सर्वेक्षण कराए जाने के आदेश के खिलाफ शनिवार को मेरठ और सहारनपुर मंडल के भट्ठा मालिकों ने मुजफ्फरनगर में भाजपा कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
ईंट निर्माता कल्याण समिति और आंदोलन जन कल्याण संगठन के पदाधिकारियों ने मांग की कि विभाग के सर्वे आदेश को तुरंत वापस लिया जाए और भट्ठा उद्योग के लिए व्यावहारिक व स्थायी नीतियां बनाई जाएं।
प्रदर्शन के दौरान समिति अध्यक्ष प्रमोद बालियान ने कहा कि बार-बार के सर्वे से उद्योग में अनावश्यक दबाव और उत्पीड़न की स्थिति बन रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को उद्योग से जुड़े प्रतिनिधियों से संवाद कर एक पारदर्शी व्यवस्था तैयार करनी चाहिए।
धरने के दौरान माहौल तब शांत हुआ जब प्रदेश के कौशल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे। उन्होंने भट्ठा स्वामियों की समस्याएं सुनीं और कहा कि वह इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से चर्चा कराएंगे। मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल से भट्ठा मालिकों के नाम मांगे ताकि मुख्यमंत्री से सीधी मुलाकात कर समस्या पर ठोस निर्णय लिया जा सके। उनके आश्वासन के बाद धरना समाप्त कर दिया गया।
संचालन समिति के महामंत्री बलराम तायल ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस दौरान संरक्षक कृष्ण त्यागी, सतीश गुप्ता, संजय गोदावरी, जितेंद्र सिंह, ओमवीर सिंह (बिजनौर), अनिल प्रमुख, अजीम नगीना, हरेंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह, राजीव गोयल, अमित कुमार और संतर पाल सिंह सहित कई जिलों के भट्ठा स्वामी मौजूद रहे।
समिति अध्यक्ष प्रमोद बालियान ने कहा कि केवल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही इस मसले का समाधान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के समय भी मुख्यमंत्री ने तत्काल निर्णय लेकर प्रदेश के ईंट भट्ठों और चीनी मिलों को चालू रखने की अनुमति दी थी, जिससे हजारों मजदूरों को राहत मिली थी।