मुजफ्फरनगर जिले के बुढ़ाना में डीएवी डिग्री कॉलेज के बाहर छात्र उज्ज्वल राणा की मौत को लेकर आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार को ग्रामीणों, खाप प्रतिनिधियों, किसान संगठनों और जनप्रतिनिधियों ने कॉलेज गेट के सामने मृतक छात्र का शव सड़क पर रखकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान आयोजित पंचायत में कॉलेज प्रबंधन और प्रशासन दोनों के खिलाफ कड़े कदम उठाने की मांग की गई।
पंचायत में गठवाला खाप के चौधरी राजेंद्र मलिक, भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, भाकियू अराजनैतिक के प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक, विधायक डॉ. अजय कुमार, विधायक पंकज मलिक, रालोद जिलाध्यक्ष संदीप मलिक और पूर्व विधायक उमेश मलिक सहित कई प्रमुख नेता मौजूद रहे। सभी ने मामले की गंभीर जांच और दोषियों पर शीघ्र कार्रवाई की आवश्यकता जताई।
पंचायत की प्रमुख मांगें
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आरोपियों की गिरफ्तारी से पहले अंतिम संस्कार न करने का निर्णय
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डीएवी कॉलेज का नाम बदलकर उज्ज्वल राणा के नाम पर करने की मांग
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कॉलेज परिसर में उज्ज्वल की प्रतिमा स्थापित की जाए
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वर्तमान मैनेजमेंट कमेटी को भंग कर नई कमेटी का गठन
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एक माह के भीतर वित्तीय अनियमितताओं की जांच
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पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी
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परिवार को एक करोड़ रुपये का आर्थिक मुआवजा
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आर्थिक तंगी के कारण किसी छात्र को परीक्षा से न रोके जाने का नियम
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मंगलवार को मां शाकुंभरी यूनिवर्सिटी से जुड़े कॉलेजों में शोक दिवस मनाने की अपील
कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष सुबोध शर्मा ने कहा कि कॉलेज प्रशासन की लापरवाही साफ दिखती है और पार्टी पंचायत के सभी निर्णयों के साथ खड़ी है।
पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान ने भी छात्र की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि “उज्ज्वल आखिरी पल तक व्यवस्था से मुकाबला करता रहा।” उन्होंने छात्रों के प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात रखने की सलाह दी। साथ ही कहा कि यह मामला केवल मुआवजे का नहीं, बल्कि शिक्षा व्यवस्था में मौजूद खामियों की ओर चेतावनी है, जिन पर सरकार को गंभीरता से विचार करना चाहिए।