मुजफ्फरनगर। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत जिले में दिसंबर माह में बड़ी संख्या में शादियों का आयोजन होने जा रहा है। इस बार कुल 854 जोड़ों का विवाह निर्धारित है। प्रशासन के अनुसार अभी तक 560 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनकी समाज कल्याण विभाग द्वारा सत्यापन प्रक्रिया जारी है।

इस वर्ष योजना में कई अहम बदलाव किए गए हैं। सबसे बड़ा परिवर्तन यह है कि जयमाला से पहले वर–वधु की बायोमैट्रिक उपस्थिति अनिवार्य होगी, ताकि पात्रता और पहचान से जुड़ी किसी भी गड़बड़ी को रोका जा सके।

खर्च में बड़ा इजाफा

पहले योजना में प्रति जोड़ा 51 हजार रुपये स्वीकृत होते थे-

  • 35 हजार रुपये वधु के खाते में

  • 10 हजार रुपये का सामान

  • और 6 हजार रुपये भोजन व अन्य प्रबंधों पर खर्च किए जाते थे।

लेकिन अब सरकार ने राशि बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दी है। नई व्यवस्था के तहत-

  • 60 हजार रुपये वधु के खाते में भेजे जाएंगे

  • 25 हजार रुपये का सामान दिया जाएगा

  • 15 हजार रुपये भोजन व अन्य व्यवस्थाओं पर व्यय किए जाएंगे

इसके साथ ही अभ्यर्थियों की वार्षिक आय सीमा बढ़ाकर 3 लाख रुपये कर दी गई है। ऑनलाइन आवेदन करते समय जाति प्रमाण पत्र और बैंक विवरण भी अनिवार्य होंगे।

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में मिलने वाला सामान

योजना के तहत दुल्हन और दूल्हे को कई प्रकार का घरेलू और व्यक्तिगत उपयोग का सामान दिया जाएगा, जिसमें शामिल हैं-

  • 5 साड़ियां व ब्लाउज

  • चुनरी

  • पैंट व शर्ट का कपड़ा

  • गमछा

  • चांदी की पायल (1 जोड़ी)

  • चांदी की बिछिया (1 जोड़ी)

  • डिनर सेट, कुकर, कड़ाही

  • ट्रॉली बैग, वैनिटी किट

  • दीवार घड़ी, सीलिंग फैन, आयरन

  • डबल बेड शीट, कंबल, गद्दा/मैट्रेस, तकिया

  • सिंदूर का डिब्बा, लाल कांच की चूड़ियां आदि

जिला समाज कल्याण अधिकारी कमलेश कुमार ने बताया “योजना के लिए बड़ी संख्या में आवेदन मिल रहे हैं। प्राप्त 560 आवेदनों की जांच जारी है। दिसंबर में सामूहिक विवाह का आयोजन किया जाएगा। इस बार वर–वधु की बायोमैट्रिक उपस्थिति भी अनिवार्य की गई है।”