मुजफ्फरनगर। जाट महासभा के दो विरोधी पक्षों के बीच शनिवार को जिला कलेक्ट्रेट में विवाद उभरा। दोनों पक्षों ने अपने-अपने ज्ञापन प्रशासन को सौंपे।
जगदीश बालियान के पक्ष का कहना है कि वे 26 वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार रविवार को मेधावी छात्र-छात्राओं के अलंकरण समारोह का आयोजन कर रहे हैं। उनका आरोप है कि विरोधी पक्ष फर्जी महासभा चला रहा है और कार्यक्रम को रोकने का प्रयास कर रहा है।
वहीं, पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर बालियान ने बताया कि उनकी संस्था पंजीकृत है। 2022 के विवादित चुनाव के बाद महासभा में दो कार्यकारिणियां बन गई थीं। दोनों पक्षों ने 5 जून 2025 को लिखित सहमति दी थी कि नई कार्यकारिणी के गठन तक कोई कार्यक्रम नहीं होगा। धर्मवीर बालियान का आरोप है कि विरोधी पक्ष बैनर का दुरुपयोग कर 14 सितंबर को कार्यक्रम करने की कोशिश कर रहा है।
यह विवाद 2022 के चुनाव से उत्पन्न हुआ था, जब डिप्टी रजिस्ट्रार ने कार्यकारिणी को कालातीत घोषित किया था। जाट महासभा जिले की प्रमुख संस्था है। धर्मवीर बालियान ने इस मामले में कार्यक्रम रोकने के लिए अदालत जाने की बात कही है।