मोरना। नया पेराई सत्र शुरू होने में देरी और चीनी मिल के दोहरीकरण की मांग को लेकर किसानों ने सोमवार को बिजनौर के रालोद सांसद चंदन चौहान का घेराव किया। किसानों ने आरोप लगाया कि सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के आश्वासनों के बावजूद अब तक मोरना सहकारी चीनी मिल का विस्तार कार्य शुरू नहीं किया गया है।

सांसद के मिल परिसर में पहुंचते ही बड़ी संख्या में किसान एकत्र हो गए और नाराजगी जताते हुए कहा कि बार-बार वादे करने के बावजूद न तो मिल का दोहरीकरण हुआ और न ही गन्ना मूल्य में कोई बढ़ोतरी की गई। किसानों का कहना था कि जब हर चीज़ की कीमत बढ़ रही है तो गन्ने का मूल्य भी बढ़ाया जाना चाहिए।

किसानों की मुख्य मांगें:
किसानों ने मिल पर अत्यधिक रकबा होने के चलते 10 लाख क्विंटल ओवरलोड गन्ने को जिले की अन्य मिलों को आवंटित करने की मांग की।
भोकरहेड़ी के किसान फोंदी सहरावत ने कहा कि “मिल का बोझ कम करने के लिए अन्य मिलों को आवंटन होना चाहिए।” वहीं मलपुरा के किसान वीरेंद्र त्यागी ने भाजपा नेताओं पर झूठे वादे करने और किसानों की भावनाओं से खिलवाड़ का आरोप लगाया।

अथाई के प्रधान रविंद्र छोटा ने कहा कि “जनता ने विधायक और सांसद दोनों बनाकर भेजे, लेकिन बदले में सिर्फ़ वादे मिले।”
किसानों ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो वे आगामी चुनाव में वोट के ज़रिए जवाब देंगे।

इस मौके पर भाजपा किसान प्रकोष्ठ मंत्री अमित राठी ने मोरना-भोपा-मुज़फ्फरनगर मार्ग के अधूरे निर्माण, स्थानीय उद्योग स्थापना और जनसुनवाई की भी मांग रखी।
कार्यक्रम में चेयरमैन राजीव गुज्जर, प्रधान आबिद, अंकित युसुफपुर और पप्पू अथाई समेत कई ग्रामीण मौजूद रहे।
इस दौरान कालूराम के नेतृत्व में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने भी सांसद से मुलाकात कर अपनी समस्याएं रखीं।