रामराज। टिकौला शुगर मिल में सोमवार को 26वें पेराई सत्र 2025-26 का शुभारंभ विधिवत पूजा-अर्चना के साथ किया गया। शुभारंभ अवसर पर स्वामी ओमानंद महाराज ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच हवन-यज्ञ कर गन्ने की चेन में नारियल फोड़कर पेराई का आरंभ कराया। मिल प्रबंधन और किसानों ने एक साथ नई शुरुआत की खुशियां मनाईं।
इस मौके पर मिल के स्वामी कंदर्प स्वरूप, सुधीश स्वरूप और अधिशासी अध्यक्ष हिमांशु कुमार मंगलम ने अधिकारियों के साथ मिलकर धार्मिक अनुष्ठान में भाग लिया। स्वामी ओमानंद महाराज के सान्निध्य में पंडित गिरीश कुमार और पंडित पूर्णानंद ने विधिवत पूजा संपन्न कराई। पूजा के बाद मिल के अधिकारियों, कर्मचारियों और किसानों ने मिल की चेन में गन्ना डालकर पेराई सत्र का औपचारिक शुभारंभ किया।
कार्यक्रम के दौरान मिल में सबसे पहले गन्ना लेकर पहुंचे गांव हाशमपुर के किसान ऋषिपाल सिंह का शॉल ओढ़ाकर और नगद पुरस्कार देकर सम्मान किया गया। साथ ही उनके बैलों की जोड़ी को गर्म चादर ओढ़ाई गई।
मौके पर महाप्रबंधक सुनील दत्त, उप महाप्रबंधक अविनाश सिंह, ईडीपी मैनेजर ऋषिपाल धामा, गन्ना प्रबंधक अनुपम देओल, राजेंद्र राणा, संजीव कुमार, प्रमोद कुमार, स. हाकम सिंह, दिनेश कुमार और रूप कुमार सहित अनेक अधिकारी मौजूद रहे।
दो करोड़ कुंतल गन्ना पेराई का लक्ष्य
अधिशासी अध्यक्ष हिमांशु कुमार मंगलम ने बताया कि इस सत्र में मिल को कम से कम 180 दिन चलाने और दो करोड़ कुंतल गन्ना पेराई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। फिलहाल मिल की प्रतिदिन की पेराई क्षमता एक लाख 20 हजार कुंतल है।
उन्होंने किसानों से अपील की कि वे बिना जड़ और बिना अगौले का स्वच्छ गन्ना मिल में लाएं ताकि बेहतर गुणवत्ता वाली चीनी का उत्पादन हो सके और किसी को असुविधा का सामना न करना पड़े।